जौनपुर: श्रीकृष्ण व बाल सखा सुदामा का बृत्तांत सुन सजल हो गये नैन | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
खुटहन जौनपुर। बस्ती बंदगान गांव में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में वाराणसी से आये कथा वाचक आचार्य पंडित प्रवीण पाण्डेय ने शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण और बाल सखा सुदामा के मित्रता की कथा का विस्तार से वर्णन किया। जिसे सुनकर श्रोताओं के नेत्र सजल हो उठे।श्र महराज ने सुदामा के दीन हीन दसा का वर्णन तो दूसरी तरफ श्रीकृष्ण के महल द्वारिकापुरी जहां संसार के सारे सुख विद्यमान हैं, दोनों का कथा के माध्यम से सजीव चित्रण किया। द्वारिका पुरी में सुदामा का आगमन,कुछ नगरवासियों के द्वारा उनके दीन हीन हालत का मजाक उड़ाना फिर भी सुदामा के मन में अपने बाल सखा के प्रति अडिग वि·ाास उनके सच्चे मित्र होने की पहचान कराता है। उधर भगवान श्रीकृष्ण को जैसे ही सुदामा के आगमन का पता चलता है।वह नंगें पांव भागकर महल के बाहर आ जाते हैं। सुदामा को गले लगाकर अश्रुपूरित नेत्रों से भगवान को उनका कुशलक्षेम पूछते देख नगरवासी राजा और रंक के मिलन को देख स्तब्ध रह जाते हैं। इस मौके पर मुरारी सिंह,गुलाब मौर्या, सुभाष सिंह, प्रधानाचार्य जेपी सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य राम तीर्थ मिश्रा, अनामिका मौर्या,वंदना सिंह, प्रेम नारायण आदि मौजूद रहे। अजय सिंह ने आगतो का स्वागत व आभार जताया।