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नया सवेरा नेटवर्क
मुंबई। साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था संगीत साहित्य मंच की निरंतर चलाने वाली 97 वीं काव्य गोष्ठी का आयोजन शनिवार 20 मई 2023 को कसार वडवली के सेंडोबा मंदिर रोड पर स्थित किशोर भोईर के फॉर्महाउस पर किया गया।यह गोष्ठी एक कवि सम्मेलन के रूप में तब परिवर्तित हो गई जब श्रोताओं से पूरा हाल भर गया।मुख्य अतिथि अरविन्द कुमार सिंह,अध्यक्षता पूर्व प्रधानचार्य तथा वरिष्ठ कवि तिलक राज खुराना ने की। सदाशिव चतुर्वेदी "मधुर" के संचालन में कार्यक्रम सफल रहा।गोष्ठी के शुभारम्भ में सदाशिव चतुर्वेदी "मधुर" ने प्रथम पुष्प स्वरूप माँ वीणा पाणी के चरणों मे वन्दना अर्पित किया तथा मंच संचालन की कड़ी में सर्वप्रथम श्रृंगार रस के धनी अरुण मिश्र अनुरागी को काव्य पाठ के लिए आमन्त्रित किया, "अनुरागी" ने प्रकृति के सौंदर्य पर कविता सुनाकर खूब वाह-वाही लूटी।कार्यक्रम की अगली कड़ी में मिथिलेश शिशोदिया ने "अनुभूतियां" नामक कविता प्रस्तुत कर खूब तालियाँ बटोरी,वरिष्ठ कवि खुराना सर ने जीवन दर्शन पर रचना पढ़कर सबका मन मोह लिया।कार्यक्रम की अगली कड़ी में पूर्व प्राचार्य,वरिष्ठ कवि अजय कुमार सिंह ने जीवन सुख के हेतु इन्सान की अंधी दौड़ पर कई पहलुओं को छूते हुए संदेशात्मक काव्यपाठ किया।संस्था के संयोजक रामजीत गुप्ता ने दोस्ती पर कविता के माध्यम से सामाजिक बुराइयों के कई पहलुओं का विश्लेषण किया।मंच संचालन कर रहे "मधुर" ने देश के जाबांज वीर सपूतों पर वीर रस के कई मुक्तक प्रस्तुत कर सभी को रोमांचित कर दिया।इसी कड़ी में विजय महाडलिक और विजय गाडलिक की आवाज में संगीत के साथ दो फिल्मी गीतों का गायन भी हुआ।इस दौरान कवियों को अपनी रचनाओं को खुलकर प्रस्तुत करने और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच परिसर में प्राकृतिक सौंदर्य के माहौल का पूरा आनन्द उठाने का मौका मिला।मंच संचालक मधुर ने अपने अंदाज में सभी को हँसी खुशी के माहौल में बाँधे रखा।इस पूरे कार्यक्रम की सफलता के लिए हमारे विशेष सहयोगी रहे मुच्छला कॉलेज में कार्यरत अरविंद कुमार और भोईर साहब के पुस्तकालय,वाचनालय और मंथन कट्टा की सारी व्यवस्था देखने वाली संगीता।अंत मे संस्था के सहसंयोजक सदाशिव चतुर्वेदी "मधुर" ने सभी को धन्यवाद देकर आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम का समापन किया।
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