नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। सिविल सेवा परीक्षा 2022 में टैगोर टाउन के रहने वाले अनिरुद्ध पांडेय को चौथे प्रयास में 64वीं रैंक मिली है। एमएनएनआईटी से 2019 में बीटेक सिविल इंजीनियरिंग करने वाले अनिरुद्ध ने 2019 से 2021 तक प्रयागराज में रहकर सिविल सेवा की तैयारी की। उसके बाद 2021 से 2022 तक दिल्ली में रहकर तैयारी की। अनिरुद्ध को यह सफलता बिना किसी कोचिंग के मिली है।
केंद्रीय विद्यालय नंबर वन पुणे से 10 सीजीपीए के साथ 10वीं में और 92.6 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं करने वाले अनिरुद्ध ने मुख्य परीक्षा में राजनीति विज्ञान एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध वैकल्पिक विषय लिया था। पहली बार 2019 में उनका प्रारंभिक परीक्षा में चयन नहीं हुआ था।
2020 व 2021 में मुख्य परीक्षा में चयन नहीं हुआ। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। तैयारी के लिए उन्होंने अभ्यास पर अधिक जोर दिया। प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्री मॉक टेस्ट, मुख्य परीक्षा के लिए टेस्ट सीरीज और साक्षात्कार के लिए मॉक इंटरव्यू का अभ्यास किया। सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी करने वाले प्रतियोगी छात्रों को उन्होंने सलाह दी है कि सिर्फ पढ़ने की बजाय ज्यादा से ज्यादा अभ्यास पर ध्यान दें। लगातार मेहनत करते रहिए तो सफलता जरूर मिलेगी।
उस समय भले ही संदेह हो सकता है लेकिन अंत में सफलता जरूर मिलती है। सामान्य अध्ययन के लिए बहुत ज्यादा सामग्री इकट्ठा करने की बजाय खुद इंटरनेट और कोचिंग मैटेरियल से शॉर्ट नोट बनाकर पढ़ाई की। 24 घंटे में 10 से 12 घंटे तैयारी करने वाले अनिरुद्ध को भी यकीन नहीं था की उन्हें 64वीं रैंक मिलेगी। सिविल सेवा को समाज सेवा का जरिया मानते हैं।
बकौल अनिरुद्ध सिविल सेवक बनकर वह हाशिए पर पड़े लोगों के लिए काम कर सकते हैं। उनके पिता आदर्श पांडेय मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) से सेवानिवृत्त हैं और मां मंजू पांडेय गृहणी हैं। उनसे छोटी बहन यशी पांडेय कोलकाता से एमबीबीएस कर रही है और सबसे छोटाा भाई अनिमेश पांडेय नीट की तैयारी कर रहा है। बकौल अनिरुद्ध घर में पहले से कई लोग सिविल सेवा में हैं इसलिए शुरूआत से ही इस ओर रुझान था।
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