कर्नाटक में 18 मई को होगा शपथ ग्रहण| #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
- मुख्यमंत्री के चयन के लिए नियुक्त हुए तीन पर्यवेक्षक
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद राज्य में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 18 मई को होगा. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह में सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल होंगे. साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे. सूत्रों के मुताबिक, समान विचारधारा वाले दलों को भी निमंत्रण भेजा जाएगा. हालांकि फिलहाल कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती मुख्यमंत्री का चुनाव है. पार्टी की तरफ से आए बयान के मुताबिक कर्नाटक में अगला सीएम कौन होगा इसका फैसला पर्यवेक्षकों के तमाम विधायकों से बात करने के बाद ही लिया जाएगा.
उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस जल्द ही सीएम के नाम पर मुहर लगा सकती है. इन सब के बीच कर्नाटक में पार्टी के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने रविवार को कहा कि मैंने पार्टी के लिए कई बार कुर्बानी दी है. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने रविवार को यह बयान कांग्रेस की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लिंगायत समुदाय के धार्मिक केंद्र तुमकुर में सिद्धगंगा मठ का दौरा करने के बाद दिया है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने नियुक्त किए 3 पर्यवेक्षक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. कांग्रेस विधायक दल की अहम बैठक में नेता के चयन को लेकर फैसला किया जाएगा.
कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यंमत्री शिंदे, कांग्रेस महासचिव सिंह और पूर्व महासचिव बाबरिया सीएलपी बैठक की निगरानी करेंगे. उन्होंने ट्वीट किया, ‘माननीय कांग्रेस अध्यक्ष ने सुशील कुमार शिंदे (पूर्व मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र), जितेंद्र सिंह (पार्टी महासचिव) और दीपक बाबरिया (पूर्व महासचिव) को विधायक दल के नेता के चयन के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।’
शिवकुमार नहीं बने सीएम तो छेड़ेंगे आंदोलन
वोक्कालिगा संघ ने कांग्रेस को खुली चेतावनी दी है कि अगर डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो वे आंदोलन शुरू कर देंगे.
हम डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री चाहते हैं'
इस बैठक से पहले ही डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के समर्थक कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद के लिए अपने नेताओं की दावेदारी तेज करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. जब उनके समर्थकों को अगले मुख्यमंत्री के तौर पर डीके शिवकुमार को पेश करने वाले पोस्टर लगाना पर्याप्त नहीं था, तो वो उनके आवास के बाहर इकट्ठा हुए और 'हम डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री चाहते हैं' के नारे लगाए.
'सिद्धारमैया के साथ मतभेद नहीं'
डीके शिवकुमार ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि मेरा सिद्धारमैया से किसी बात को लेकर मतभेद है, लेकिन मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि इस तरह की तमाम बातें गलत है. सिद्धारमैया और मेरे बीच किसी तरह कोई मतभेद नहीं है. मैंने पार्टी के लिए कई बार कुर्बानी दी है और सिद्धारमैया जी के साथ खड़ा भी रहा हूं. मैंने हमेशा ही सिद्धारमैया को अपना सहयोग दिया है.
सीएम चुनने की प्रक्रिया शुरू
कर्नाटक में पार्टी ने मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए पार्टी की ओर से तीन पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमने तीन पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है. वह विधायकों से बात करेंगे और रिपोर्ट देंगे.
उसके बाद मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम को लेकर विवाद से भी इनकार किया है. बता दें कि कर्नाटक चुनाव नतीजों के बाद से ही मुख्यमंत्री को लेकर अटकलें लग रही हैं. पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री पद के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं.