जौनपुर: अपने आप में ही पार्टी है टंडन, बसपा भी नहीं हरा सकती! | #NayaSaveraNetwork
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फाइल फाेटाे |
नया सवेरा नेटवर्क
एचबी सिंह @ नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। निकाय चुनाव की अधिसूचना कभी भी घोषित हो सकती है. इसके मद्देनजर सभी दल अपनी-अपनी तैयारी में जुट गए हैं. नगर पालिका परिषद जौनपुर की बात करें तो यहां दिनेश टंडन ने अभेद किला खड़ा कर दिया है. बसपा का प्रतिनिधित्व करने वाले दिनेश टंडन ने जैसे-जैसे निकाय चुनाव के अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की वैसे-वैसे उनका अनुभव और उनकी साख बढ़ती गई. आज यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि अगर बसपा भी उनके खिलाफ प्रत्याशी उतारे तो उसे भी टंडन को हराने में नाकों चने चबाने जैसा होगा।
तीन बार स्वयं नगर पालिका के अध्यक्ष पद की कुर्सी को सुशोभित करने वाले टंडन ने चौथी बार अपनी पत्नी माया टंडन को मैदान में उतारा और अपनी रणनीति से उन्हें जीत दिला दी. इस बार भी यह सीट महिलाओं के लिए आरक्षित है तो इस बार भी टंडन बाजी मारने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. उनकी करीबी बताते हैं कि टंडन से मिलने वाले व्यक्ति को यह आभास ही नहीं होगा कि टंडन उससे कभी मिले नहीं है चाहे वह खुद पहली बार मिल रहा हो. इस तरह की कला है टंडन में. आपको आज हर गली, मोहल्ले में शिलान्यास का बोर्ड मिलेगा तो उस पर टंडन जरूर लिखा होगा। शायद यही वजह है कि वह 20 वर्ष से नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं।
बहरहाल इस बार का निकाय चुनाव भी वह हर बार की तरह लड़ेंगे. अगर उन्हें जरा भी 'मैं' ने घेरा तो वह उनका किला ढहने में देर नहीं होगी, वहीं नगर पालिका के निवर्तमान व पूर्व सभासद बताते हैं कि वह ऐसे व्यक्ति है कि हम उनकी पत्नी को ही दोबारा अध्यक्ष के रूप में देखना चाहेंगे. इन 20 वर्षों में टंडन 'अपराजेय' हो गए हैं, अब देखना यह है कि कौन सा ऐसा चेहरा होगा जो इनके किले को भेद पाएगा।
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