जौनपुर: हर्षोल्लास के साथ मनाई गई परशुराम जयंती | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
कवियों की रचनाओं पर श्रोता हुए भावविभोर
सुजानगंज जौनपुर। क्षेत्र के नगौली स्थित राष्ट्रीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शनिवार की देर रात भगवान परशुराम की जयंती के उपलक्ष्य में काव्य कलस का आयोजन जन संवाद फाउंडेशन के चेयरमैन पंकज मिश्र के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम गंगा आरती एवं मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में युग कवि कुमार वि·ाास, वीर रस के कवि योगेन्द्र शर्मा, हास्य कवि शंभू शिखर के अतिरिक्त कवियित्री पद्मिनी शर्मा और दिव्यंम प्रिया ने शानदार प्रस्तुति की। सबसे पहले उरई से आई कवियित्री दिव्यम प्रिया ने सरस्वती बंदना प्रस्तुत की। उसके बाद हास्य और व्यंग कवि शंभू शिखर के बोल ने सभी को हसने को मजबूर कर दिया। उनकी कविता , लालू तुम्हे बिहारी न कर दे, बिहार की जनता तुम्हे भिखारी न कर दे,उत्तर प्रदेश जाना ट्रंप सोच समझकर योगी जी तुम्हे ट्रंप से तिवारी न कर दें जैसे काव्य पाठ पर कार्यक्रम में उपस्थित जनता ने खूब सराहा। मेवाड़ से आए वीर रस के कवि योगेन्द्र शर्मा ने जब वीर अब्दुल हमीद पर रचित कविता गमजदा धामपुर की धरती नदिया रो पड़ी। हर जवा बूढ़ी निगाहे हर गलियां रो पड़ीं ,ने लोगो में उत्साह भर दिया और पूरा मंडप भारत माता की जय से गूंज उठा। मुस्कान प्रेम की हास्य कविता तुम कंप्यूटर युग की गोरी मन की काली तन की गोरी ने लोगो का मन मोहा । इसके बाद पद्मिनी शर्मा ने भी अपने कविताओं से लोगो के मन को मोहाअंत में कुमार वि·ाास की तीखी व्यंगात्मक,उपदेशात्मक कविता ने लोगो को तालिया बजाने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में जैसे ही 'किसी की मायूसी जहां से होकर गुजरी है''और ''कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है ,मगर धरती की बेचैनी तो सिर्फ बादल समझता है ''गाया लोगो ने उनके साथ गाना शुरू कर दिया। कवियों के काव्य पाठ ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। कायक्रम केआयोजक पंकज मिश्रा ने लोगों का आभार प्रकट किया।
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