हमारी पीढ़ियों की किस्मत खुली | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
हमारी पीढ़ियों की किस्मत खुली
हम अत्यंत सौभाग्यशाली हैं हमें मां भारती मिली
भारतीय सभ्यता संस्कृति हमें मिली
भारतीय हवा में सांस लेने की चाहत मिली
हमारी पीढ़ियों की किस्मत खुली
हम अत्यंत सौभाग्यशाली हैं हमारी किस्मत खुली
अहिंसात्मक सोच सच्चे उपयोग की युक्ति मिली आध्यात्मिकता से आत्मशुद्धि की ताकत मिली
लोकतंत्र न्याय बंधुत्व की सामूहिक विरासत मिली
भारत में धर्मनिरपेक्षता की सौगात मिली
अधिकारों की रक्षा कर्तव्यों के पालन के लिए
संविधान जैसी अनमोल ताकत मिली
नए भारत का निर्माण की शक्ति मिली
लेखक- कर विशेषज्ञ, साहित्यकार, स्तंभकार कानूनी लेखक, चिंतक, कवि, एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
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