रामनवमी के पावन अवसर पर नीलाम्बरी फाउंडेशन की जोरदार शुरुआत | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
मुंबई। रामनवमी के पावन अवसर पर नीलाम्बरी फाउंडेशन की जोरदार शुरुआत हुई। पं. जमदग्निपुरी की अध्यक्षता में डॉ वर्षा सिंह ने अपने संचालन का लोहा मनवाया। लगभग 5 घंटे तक चले आयोजन को उन्होंने अपने संचालन की चतुराई से सबको बाँधे रखा।
आयोजन में मुख्य अथिति साहित्यकार पवन तिवारी, विशिष्ठ अतिथि आर.के विश्वकर्मा, चेयरमैन आर के कालेज मलाड़ नालासोपारा, आर.पी रघुवंशी अध्यक्ष भारतीय जनभाषा प्रचार समिति, शक्ति स्वरूपा भावना तिवारी भावना फाउंडेशन की चेयरमैन व संस्थापिका, शिवकुमार तिवारी मंच की गरिमा बढ़ा रहे थे। आयोजन दो सत्रों में विभाजित था। प्रथम सत्र में सरस्वती वंदन पूजन माल्यार्पण आदि था जिसे आयोजन अध्यक्ष मुख्य अथिति विशिष्ट अतिथियों ने विधिवत मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न किया।
अर्चना उर्वशी जी ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। लगभग 40 कवि कवयित्रियों ने बहु विधाई रचनायें पढ़कर आयोजन को ऊँचाई प्रदान की। कवियों में श्रीनाथ शर्मा, सौरभ दत्ता जयंत, आनंद पाण्डेय केवल, आत्मिक श्रीधर मिश्र, पं.जमदग्निपुरी, आर.पी रघुवंशी, हरीश शर्मा यमदूत, पवन तिवारी, तरुण तनहा, प्रा. अंजनीकुमार द्विवेदी, लक्ष्मीरतन मिश्र कमलनयन, एड.राजीव मिश्र, अजय बनारसी, रमेश चंद्र गुप्त, राम सिंह, शिवकुमार तिवारी, शिव दत्त अक्स, कवयित्री आभा दवे, नीलिमा पाण्डेय नलिनी, डॉ कुसुम तिवारी, डॉ निशा सिंह, डॉ वर्षा सिंह, सुमन तिवारी, इंदू मिश्रा, अर्चना उर्वशी, खुशबू गर्वित मेहता, नीतू पाण्डेय क्रान्ति, डॉ रोशनी किरन, भारती श्रीवास्तव, सत्यवती मौर्या, संगीता शुक्ला, डॉ वर्षा महेश कोष्टा, सुमित्रा, सुशीला तिवारी आदि ने अपनी उत्कृष्ट रचनाओं से सभागार को तालियों और वावाहियों से गुंजायमान रखा।
एक विशिष्ट अतिथि सुमित्रा यादव को हम नहीं भूल सकते जिन्होंने आकर हमारे कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। आयोजन को सफल बनाने में हरिप्रसाद राय व हृदयेश मयंक की विशेष भूमिका रही। तदोपरांत महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत विभूतियों का स्मृति चिन्ह शाल पुष्पगुच्छ प्रदान कर फाउंडेशन की संस्थापिका अध्यक्षा डॉ नीलिमा दूबे पाण्डेय नलिनी, सचिव डॉ कुसुम तिवारी, प्रवक्ता डॉ वर्षा सिंह ने सम्मान किया।
सम्मान मूर्ति रमेश चंद्र गुप्त, भारती श्रीवास्तल, डॉ रोशनी किरण, एड.राजीव मिश्र, अजय बनारसी, पूर्व शिक्षक रामसिंह आदि रहे। डॉ नीलिमा दूबे पाण्डेय नलिनी ने फाउंडेशन के उद्भव व उद्देश्य के बारे में सविस्तार बताया। आज की साहित्यिक परिस्थियों पर भी रोशनी डाली। अध्यक्षीय भाषण में पं. जमदग्निपुरी ने संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए नीलाम्बरी फाउंडेशन को शुभाकानायें दी और पदाधिकारियों के जोश को सराहते हुए उत्साहित भी किया। अंत में सचिव डॉ कुसुम तिवारी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए व राज्यगीत के साथ समापन की घोषणा की।
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