नया सवेरा नेटवर्क
मुख्यमंत्री से हिंदुस्तान मानवाधिकार ने पत्र भेजकर की मांग
जौनपुर। हिन्दुस्तान मानवाधिकार के प्रदेश महासचिव वकार हुसैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अधिकारियों की मिली भगत से मिलावटी खाद्य पदार्थ पर तत्काल अंकुश लगाने की माँग की है। पत्र में उन्होंने कहा कि हम में से हर व्यक्ति जानता है कि मार्केट में बिकने वाला लगभग सारा फुड प्रोडक्ट, चाहे बड़ी से बड़ी कम्पनियों का सामान हो या बाजारो में बिकने वाला खुला खाद्य पदार्थ मिलावट से अछूता नहीं है। जो स्लो प्वाइजन के रु प में हमें किसी भयंकर बिमारी के जरिये मौत के मुॅह में झोंक रहा है। वकार हुसैन ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि यदि व्यापारी इस कुप्रथा को धन लोभ में अंजाम दे रहे है तो प्रशासन में बैठे जिन हाथो को इसे रोकने का अधिकार सौंपा गया है, वे भी धन लोभ में ही इसे रोकने में ईमानदार नहीं है। प्रदेश महासचिव ने एक सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा-जब देश में केवल 4 करोड़ लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है तो 64 करोड़ लीटर दूध की खपत कैसे हो रही है ? खोवा मण्डी में कुन्टलो खोआ कैसे बिक रहे है ? स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाउडर, सिन्थेटिक दूध, केमिकल्स और जहरीले रंग से बनी हुई मिठाइया,ॅ बैकरियों में बने बिस्कुट, ब्रोड जहर के रु प में बिक रहे है। इसी सिन्थेटिक दूध से बाजारो में दही, पनीर, लस्सी आदि बिक रहे है। डिर्टेजेन्ट पाउडर और यूरिया एवं विस्फोटक केमिकल से बने दूध मासूम बच्चो को पिलाये जा रहे है। उन्होने अपने पत्र में इस चेतावनी का भी उल्लेख किया कि मिलावट के चलते ही 2025 तक 87 प्रतिशत भारतीयों को कैंसर जैसी जानलेवा बिमारी हो सकती है। उन्होने इस पर तत्काल अंकुश लगाने की मांग किया है।
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