जौनपुर: पीयू में अधिकारियों व कर्मचारियों का भ्रष्टाचार चरम सीमा पर:डॉ.विजय सिंह | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
केंद्र निर्धारण व अन्य मामलों में जमकर होती है वसूली
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों का भ्रष्टाचार चरम सीमा परीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विवि के परिसर में व्याप्त भ्रष्टाचार पर शनिवार को शिक्षक संघ का आक्रोश फूट गया। विवि परिसर में शुक्रवार को त्रुटिपूर्ण अंकपत्रों के सुधार, कमीशनखोर एजेंसी कि घोर लापरवाही से शोषित हो रहे छात्रों , निजि विद्यालयो के प्रबन्धको के दबाव ,शिक्षकों के विविध हितो के विषय लेकर कुलपति से वार्ता के लिए पहुँचे, वार्ता के क्रम में मौज़ूद सहायक कुलसचिव अजीत सिंह ने प्रारम्भ से ही अशिष्ट रवैया अपनाते हुए अतार्किक रूप से वार्ता का विरोध किया। अनिर्णित वार्ता के पश्चात कुलपति कार्यालय के बाहर निकल कर उन्होंने शिक्षक संघ के पदाधिकारियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी यहाँ कोई आवश्यकता नहीं है। शिक्षक संघ अध्यक्ष एवं महामंत्री द्वारा विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि विवि अपनी मनमानी करते हुए शिक्षकों और छात्रों का शोषण नही कर सकता। अध्यक्ष एवं महामंत्री ने तत्काल इस घटना की सूचना प्रदेश संगठन को देते हुए संघर्ष का आह्वान किया है। दोनो पदाधिकारियों ने विवि के भ्रष्टाचार को इंगित करते हुए बताया कि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री नंदकिशोर् सिंह जो सामान्य लिपिक हैं। उनके अपने दो महाविद्यालय चलते हैं और जिले में उनका करोड़ो का मकान है उनके आय से अधिक सम्पति की जाँच की जाये तो ऐसी ही विवि में कई बड़े भ्रष्टाचारियों का पर्दाफाश करेगी। सहायक रजिस्ट्रार अजीत सिंह ने आते ही भ्रष्टाचार का जाल फैलाते हुए निजी महाविद्यालयों के प्रबंधको के दबाव में केंद्र निर्धारण में पहले 100 फिर 70 और फिर 50 की छात्र संख्या का निर्धारण किया। शासन कि मंशा के विपरीत नकलविहीन परीक्षा में अवरोध उत्पन्न करने के लिए प्रबंधको के दबाव में विलम्ब से उड़ाका दल और पर्यवेक्षकों का निर्धारण किया। बिना समय सारिणी आये आनन फानन में विसंगतियों से भारी परीक्षा केंद्र की सूची को जारी कर दिया जिसमे नियमों हुए शासनादेशो को घोर उल्लंघन किया गया है। महामंत्री राहुल सिंह ने स्पष्ट किया कि विवि में व्यपात भ्रष्टाचार को किसी दशा में बर्दाश्त नही किया जायेगा। भ्रष्टाचार कि गंगोत्री परीक्षा नियंत्रक,सहायक रजिस्ट्रार अजीत सिंह और अन्य कर्मचारियों के तंत्र से छात्रों और शिक्षकों की रक्षा के लिए शिक्षक संघ कृत संकल्पित है। प्रमुख सचिव, मुख्यमंत्री,राजभवन के अतिरिक्त हम अपने प्रदेश संगठन और शिक्षक साथियो के बल पर आंदोलन करते हुए भ्रष्टाचार के इस ज्वालामुखी को समाप्त कर के ही दम लेंगे।