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पुस्तक का विमोचन करते अतिथिगण। |
नया सवेरा नेटवर्क
आशार शिराजे हिन्द पुस्तक का हुआ विमोचन
जौनपुर। मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज के सौदागर हाल में बुधवार को असारे -ए- शिराजे-ए- हिंद पुस्तक का विमोचन किया गया इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट जेड के फैजान की कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर डॉ निर्मला मौर्य रहे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ अलाउद्दीन, एडिटर जिलानी खान रहे। सबसे पहले आए हुए अतिथियों का पुष्प एवं बुके देकर प्राचार्य डॉ अब्दुल कादिर खान ने स्वागत एवं अभिनंदन किया। आए हुए अतिथियों ने सर्वप्रथम पुस्तक का विमोचन किया। प्रचाचार्य डॉ अब्दुल कादिर खान ने अपने संबोधन में कहा कि इस किताब से जौनपुर की तमाम धरोहर को बाकी रखा जा सकता है जौनपुर हमेशा में एक ऐतिहासिक दृष्टि से जाना एवं पहचाना जाता है हाजी जियाउद्दीन की इस कार्य की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है जिन्होंने जौनपुर के इतिहास के साथ अपनी कलम को भी जिंदा रखा आने वाली नस्लों के लिए नजीर होगा। मुख्य अतिथि कुलपति डॉ निर्मला मौर्य ने कहा कि जनपद संस्कृति विरासत तहजीब एवं शिक्षा की एक मिसाल के रूप में देश में जाना जाता है। जिले के बड़े से बड़े ऐतिहासिक स्थल एवं हाजी जियाउद्दीन की किताब के विमोचन से जौनपुर के धरोहर एवं विलुप्त खेलो एवं स्मारकों की पहचान जिंदा हुई है मेरे सहयोग से इस किताब का हिन्दी अनुवाद जल्द जारी किया जाएगा हिंदी अनुवाद होने के बाद इस किताब के हिंदी विमोचन पूर्वांचल वि·ाविद्यालय में मेरे द्वारा किया जाएगा ताकि जिले की जनता इस किताब से अपनी धरोहर एवं विरासत की पहचान को जान सके। एडिटर वादुद साजिद ने जिले के कुछ ऐतिहासिक हिस्सों पर रोशनी डाली। विशिष्ट अतिथि संपादक जिलानी खान ने अपने संबोधन में कहा जौनपुर देश में ऐतिहासिक रूप में जाना जाता हैं। विशिष्ट अतिथि अलाउद्दीन ने जौनपुर के इतिहास के बारे में बातें साझा की। कार्यक्रम के अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि जौनपुर तहजीब का मरकज है जौनपुर एक समय में देश की राजधानी हुआ करता था यहां की जमीन पर अनेकों शायर एवं इतिहासकारों की जिंदगी गुजरी है जो आज के समय में जानने और पहचानने की जरूरत है जिसको बाकी रखने के लिए इस किताब को हाजी जियाउद्दीन के द्वारा लिखी गई। अंत में आए हुए सभी अतिथियों का स्मृति चिन्ह एवं बुके देकर प्राचार्य के द्वारा सम्मान किया गया। इस मौके पर आनंद स्वरूप चतुर्वेदी, जितेंद्र यादव, शाह आलम, डॉ जियाउद्दीन प्रधान, डॉ विजय सिंह, डॉ पी.सी वि·ाकर्मा, नोमान खान, डॉ कमरु द्दीन शेख, डॉ ममता सिंह, डॉ निलेश सिंह, प्रवीण यादव,मौजूद रहे। कार्यक्रम का संयुक्त संचालन आरिफ सिद्दीकी एवं अहमद अब्बास खान ने किया।
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