नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। आद्य शंकराचार्य परम्परागत मूलाम्नाय सर्वज्ञ पीठ श्रीकांची कामकोटि पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य चन्द्रशेखरेन्द्र सरस्वती स्वामी की 130वीं जयंती महोत्सव के अंतिम दिन जलविहार शोभायात्रा निकाली गई। शिवाला घाट किनारे पूजन के बाद जल विहार यात्रा पंचगंगा घाट के लिए रवाना हुई। श्रद्धालुगण नादस्वरम के साथ भजन कीर्तन करते रहे।
शाम के समय गंगा में नौकायन करने वालों के यह यह शोभायात्रा भी कौतूहल का विषय बनी रही। परामाचार्य और अन्य भव्य देव प्रतिमाओं को देख लोग अपनी-अपनी नौकाओं पर बैठे-बैठे दूर से ही नमन करते रहे। कार्यक्रम संयोजक श्री गुरुचरण सेवा समिति के पं. नारायण घनपाठी, वी चंद्रशेखर घनपाठी, के. कौशिक शर्मा, के. वेणुगोपाल शर्मा ने शोभायात्रा का संयोजन किया।
शोभायात्रा पुन: शिवाला घाट लौट कर समाप्त हुई। जल विहार यात्रा में देशभर से आए वैदिक विद्वानों, गणमान्य व्यक्तियों एवं बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। इससे पूर्व प्रात: सत्र में विविध अनुष्ठान हरिश्चंद्र घाट स्थित कामकोटिश्वर मंदिर में किए गए।
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