वाराणसी: श्मशान के शोक और शांति को मिली रंगों से अभिव्यक्ति | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। देश-विदेश के चित्रकारों का जमावड़ा शनिवार को हरिश्चंद्र घाट पर हुआ। जलती चिताओं के बीच श्मशान पर फैले शोक और शांति को चित्रकारों ने रंगों के माध्यम से कैनवास पर अभिव्यक्त किया। ये सभी चित्रकार इन आर्ट वर्ल्ड की ओर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के अंतर्गत चित्रांकन के लिए श्मशान घाट पहुंचे थे।
कार्यशाला के दूसरे दिन हरिश्चंद्र घाट पर किसी ने दहकती चिता को विषय बनाया, किसी ने चिता ठंडी करने का दृश्य बनाया तो कई ने अंतिम क्रिया में भाग लेने आए लोगों की गतिविधियों को विषय बनाया। इसके पहले सुबह केरल के अनीज, प. बंगाल के प्रशांत खटवा ने वाटर कलर से घाटों के चित्रांकन का डेमो दिया। शाम को दुबई की विदिशा पांडेय ने भागलपुर (बिहार) की लोक कला मंजूषा को ऐक्रेलिक रंगों से कैनवास पर उतारा।
वाराणसी कि मानती शर्मा ने लोक शैली का लाइव डेमॉस्ट्रेशन दिया। स्पेन के पेनी एवं बांग्लादेश की सोनिया, प्रवीण करमाकर एवं बांग्लादेश के कौसर हुसैन ने भी लाइव डेमो किया। अनिल शर्मा ने पोट्रेट, मध्य प्रदेश के बृजमोहन आर्य ने वाटर कलर और नेपाल की अनीता भट्टराई ने एक्रेलिक रंगों से काशी में नेपाल के दर्शन कराए। आरा की रूपा कुमारी एवं टिकुली कला विशेषज्ञ मोनी कुमारी को सम्मानित किया गया। स्थानीय प्रतिभागियों में मुस्कान दुबे, कविता पटेल, पूजा सिंह, पद्मिनी, निहारिका, प्रज्ञा, सुरेश सौरभ, सुधीर सिंह, प्रियंका, वैशाली ने उपस्थित दर्ज कराई। कार्यक्रम संयोजक कौशलेश कुमार ने बताया कि अंतिम दिन 5 फरवरी को नई दिल्ली के मनोज सिन्हा कैरीकेचर का डेमो करेंगे। इसके बाद सभी दो सौ चित्रकार साथ पेंटिंग करेंगे।