नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। पिछले लगभग एक सप्ताह से कड़ाके की सर्दी का प्रकोप झेल रहे शहरियों को शनिवार को दिनभर धूप मिली तो संगम गुलजार हो गया। एक दिन पहले पौष पूर्णिमा पर यहां स्नान के आए श्रद्धालु जहां डुबकी के तुरंत बाद घर का रुख कर रहे थे, वो शनिवार को स्नान के बाद धूप का आनंद लेते रहे। यही कारण रहा कि संगम पर पूरे दिन पिकनिक जैसा नजारा देखने को मिला।
शनिवार सुबह 10 बजे आसमान में सूरज निकला तो शहरियों को बड़ी राहत मिली। शनिवार का दिन था लिहाजा तमाम लोगों ने इसे अवकाश की तरह ही मनाया। दोपहर 12 बजते-बजते संगम की ओर भीड़ उमड़ने लगी। स्नानार्थी, कल्पवासी और आम शहरी संगम पर पहुंचे। संगम स्नान के बाद रेती पर लोगों ने घंटों डेरा डाला। धूमनगंज से आए रमेश बिंद ने बताया कि परिवार ने शुक्रवार को गंगा स्नान के लिए कहा था, लेकिन कड़ाके की सर्दी के कारण हिम्मत नहीं पड़ी। घर में बच्चे भी हैं, डर था कि ठंड न लग जाए। लेकिन शनिवार को धूप निकली तो सभी ने जिद की। ऐसे में संगम चले आए। स्नान किया और यहीं भोजन किया। वहीं बैरहना से आए इंद्रेश मिश्र बच्चों के साथ संगम पर फुटबाल खेल रहे थे। इंद्रेश ने बताया कि बच्चों की छुट्टी थी। मौसम अच्छा है तो यहां पर चले आए।
- ऊंट की सवारी का लिया आनंद
संगम से कुछ दूरी पर ऊंट खड़े थे। लोगों ने ऊंट की सवारी का आनंद लिया। एक फेरे का 50 रुपये शुल्क अदा किया। सीएमपी डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाले युवक आशुतोष, मनोज, विक्रम यहां ऊंट की सवारी के साथ ही सेल्फी ले रहे थे।
- शिविरों में खूब हुई राहत
धूप निकलने से कल्पवासियों को काफी राहत हुई। संत भी दिनभर धूप में ही रहे। त्रिवेणी मार्ग पर स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ पूरे दिन पंडाल के बाहर धूप में रहे। आने वाले लोगों से यहीं मुलाकात की और आगे के कार्यक्रमों पर चर्चा की। इसी मार्ग पर आगमनाचार्य तांत्रिक रमेश भाई भी पूरे दिन धूप में दिखे। यहां आए कल्पवासी भी धूप में बैठे भजन कर रहे थे। अक्षयवट मार्ग पर दत्तात्रेय शिविर में जूना अखाड़े के संरक्षक व अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरिगिरि भी शिविर के बाहर दिखे। यहां पर पंचकोसीय परिक्रमा की तैयारी चल रही थी। अधिकारी भी यहीं बैठकर चर्चा कर रहे थे।
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