नया सवेरा नेटवर्क
हाईटेक शोरूम बनाकर नौकरी दिलाने का देते थे झांसा
जौनपुर। भोले भाले बेरोजगारों को ठगने के लिए गैर जनपद से आकर नगर में डेरा डाले दो महिलाओं समेत आधा दर्जन ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये लोग बेरोजगारों को अपनी जाल में फंसाने के लिए हाईटेक शो रूम बनाया था तथा अच्छी जॉब दिलाने के लिए प्रचार प्रसार का प्रयोग कर रहे थे। अपर पुलिस अधीक्षक नगर डॉ संजय कुमार के अनुसार इस रैकेट का शिकार एक युवक ने थाना लाइन बाजार रपट दर्ज कराया था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी भादवि के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच के क्रम में थानाध्यक्ष लाइन बाजार आदेश त्यागी, उप निरीक्षक मनोज कुमार सिंह, एसओजी प्रभारी मय हमराह व उप निरीक्षक रामजनम यादव प्रभारी सर्विलांस के साथ धन्नेपुर चौराहे पर संदिग्ध व्यक्ति/वाहन की चेकिंग कर रहे थे कि मुखबिर से सूचना मिली कि धन्नेपुर चौराहे पर मौर्या मेडिकल के बगल में पाल साहब के मकान में कुछ लोग नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे लेते हैं तथा फर्जी नियुक्ति पत्र देते हैं। इस सूचना पर वि·ाास कर पुलिस टीम मुखबिर के साथ पाल के मकान पर पहुँची। उच्चाधिकारियों के निर्देश व नियमानुसार कार्यवाही करते हुए मकान की तलाशी ली गई तो कुछ व्यक्ति व महिला मिली जिनसे उनका नाम पता पूछा गया तथा कमरे से ही 12 मोबाइल 3 गूगल-पे बार कोड, 3 बैग में नौकरी दिलाने वाले विज्ञापन पम्पलेट, एक बैग मे कुल 210 फर्जी भरा हुआ फार्म, 12 एटीएम, 4 मोहर, एक मोहर पैड 1, वाईफाई एयरटेल राउटर, 4 फर्जी आईडी पर बनी सीम, तलाशी के 4615 रु पये तथा आफिस के बाहर खड़ी एक मोटर साइकिल व 1 कार बरामद हुई। सख्ती से पूछताछ पर पकड़े गये अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग जनपद जौनपुर व आसपास के जनपद में विभिन्न कम्पनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर पम्पलेट छपवाकर सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा कर देते हैं, जब पम्पलेट पर छपे हुए मोबाइल नम्बरों पर काल आती है तो रजिस्ट्रेशन के नाम पर दिल्ली के रहने वाले मोहम्मद सोएब के तथा कानपुर के अनुराग कुमार के मोबाइल पर फोन पे के माध्यम से पैसा मंगाते हैं, तथा फर्जी नियुक्ति पत्र व्हाट्सएप पर भेज देते है तथा ड्रेस व ट्रेनिंग के नाम पर और पैसे की मांग करते है, तथा पैसा मिलने के बाद ज्वाइनिंग मांगने पर समय देकर टालमटोल करते रहते हैं। जब काफी पैसा इकठ्ठा हो जाता है तब हम लोग आफिस बन्द करके भाग जाते हैं तथा इस्तेमाल किए सिम को बन्द कर तथा पुन: दूसरे जनपद में फर्जी आईडी से नया सिम लेकर पुन: कार्य शुरू करते है। पकड़े गये अभियुक्तों को उनके अपराध का बोध कराकर पुलिस वैधानिक कार्रवाई में जुट गई। अभियुक्तों के द्वारा अन्य जनपदों में किए गए अपराधों से सम्बन्धित अभियोगों की जानकारी पुलिस द्वारा की जा रही है।
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