नया सवेरा नेटवर्क
- सोशल मीडिया से पहुंचा जा सकेगा पुलिस तक
मुंबई। अब आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए महाराष्ट्र पुलिस तक पहुंच सकेंगे। प्राथमिक और द्वितीय संपर्क केंद्र डायल 112 कार्यप्रणाली में अब व्हाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक, ई-मेल आदि सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों को शामिल किया गया है। महाराष्ट्र इमरजेंसी रिस्पांस टीम (एमईआरएस) प्रणाली का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को पुणे में किया।
फडणवीस ने इस प्रणाली का उद्घाटन राज्य में अपराध और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन में किया। इस सिस्टम को महाराष्ट्र पुलिस और महिंद्रा डिफेंस सर्विसेज ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। अभी तक इस सिस्टम के जरिए करीब साढ़े ग्यारह लाख शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है।
इसमें अभी तक ढाई लाख शिकायतें महिलाओं से जुड़ी हुई थी। इस प्रणाली से औसतन हर रोज 19 हजार कॉल स्वीकार की जाती है तथा 2 हजार 800 शिकायतों का निपटारा किया जाता है। अब इसमें महाराष्ट्र पुलिस के सिटीजन पोर्टल, एसओएस, फेसबुक, ई-मेल, सिटीजन मोबाइल ऐप, ट्विटर और व्हाट्सएप आदि के माध्यम से प्राप्त शिकायतों को भी शामिल किया गया है, ऐसे में शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाएगा।
सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों और इस पर त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए मैन पावर को प्रशिक्षित किया गया है। इससे पीड़ित तक तत्काल मदद पहुंच सकेगी। 112 महाराष्ट्र के ट्विटर और फेसबुक पर हैंडल हैं। अन्य विवरण महाराष्ट्र पुलिस की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। इससे नागरिक अब सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं और पुलिस से तत्काल मदद ले सकते हैं।
- ड्रग्स के खिलाफ चलेगा बड़ा अभियान
पुणे में पत्रकारों से बातचीत करते हुए फडणवीस ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन में राज्य में अलग-अलग अपराधों की स्थिति और इस पर पुलिस के रिस्पांस, अपराध बढ़ने के कारणों की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि राज्य में नई सरकार आने के बाद पुलिस के ट्रांसफर और पोस्टिंग में भ्रष्टाचार नहीं होगा। ऐसे में पुलिस का पारदर्शी तरीके से काम करने में सुविधा होगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से दूर करने के लिए राज्य में ड्रग्स के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ा जाएगा। सोशल मीडिया से होने वाले अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ऐसे में इसके उपयोग पर बारीक नजर रखने की जरूरत है। सोशल मीडिया के दुरुपयोग की तरफ भी पुलिस को पैनी नजर रखनी चाहिए। इससे कई जगह कानून और व्यवस्था की समस्या पैदा हो जाती है।
विज्ञापन |
विज्ञापन |
0 टिप्पणियाँ