नया सवेरा नेटवर्क
मुबई। रा.साहित्यिक सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था काव्यसृजन अपने जन्मकाल 12 मई 2013 से लेकर आज तक अनवरत हिन्दी सेवार्थ मासिक काव्यगोष्ठी के साथ विशेष आयोजन जैसे 15 अगस्त 26 जनवरी होली मिलन शिक्षक दिवस जैसे आयोजन करती आ रही है। संस्था केवल काव्यगोष्ठी न करके उत्साहवर्धन हेतु कवियों व समाज में काम करने वालों का सम्मान भी करती आ रही है। संस्था कोरोना काल में भी विविधिभाषी व मासिक आयोजन आनलाईन गूगलमीट पर करती रही है। उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए संस्था ने अपना मासिक आयोजन इस बार जमीनी न करके हवाई किया, गूगल मीट पर, जो संस्था की संकल्पना को दोहराता है कि हर हाल में कार्य होना ही है।
अवनीश दिक्षित की अध्यक्षता में संचालन शारदा प्रसाद दूबे जी ने किया। मुख्य अतिथि डॉ. उमेश शुक्ल व विशिष्ठ अतिथि दिवाकर वैशम्पायन आयोजन की गरिमा बढ़ा रहे थे। सन 2023 की प्रथम काव्यगोष्ठी में अपनी रचनाओं से रोमांचित करने वाले कवि पं. जमदग्निपुरी, सौरभ दत्ता जयंत, आत्मिक श्रीधर मिश्र, श्रीकृष्णा काळकर, शशिकला काळकर, इंदू मिश्रा, डॉ. डी.एन माथुर, मनीद्र सरकार, हौंसिला प्रसाद अन्वेषी, डॉ उमेश शुक्ल, अवनीश दिक्षित, दिवाकर वैशम्पायन आदि रहे। मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने आयोजन पर संक्षिप्त प्रकाश डाला। अध्यक्षता कर रहे अवनीश दिक्षित ने सभी की बेहतरीन समीक्षा की। सौरभ दत्ता जयंत जी ने सभी का आभार मानते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
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1 टिप्पणियाँ
जी धन्यवाद 🙏🏻
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