भावनानी के भाव | #NayaSaveraNetwork

नया सवेरा नेटवर्क

बड़े बुजुर्गों से बड़ा कोई धन नहीं 

बड़े बुजुर्गों से बड़ा कोई धन नहीं 

पिता से बड़ा कोई सलाहकार नहीं 

मां के आंचल से बड़ी कोई दुनिया नहीं 

भाई से बड़ा कोई भागीदार नहीं 


बहन से बड़ा कोई शुभचिंतक नहीं 

परिवार से बड़ा सृष्टि में कोई लोक नहीं 

माता पिता से बड़ा सृष्टि में कोई अपना नहीं

प्रथम गुरु हैं माता पिता से बड़ा कोई नहीं


करो दिल से सजदा इबादत बनेगी 

बड़े बुजुर्गों की सेवा अमानत बनेगी 

खुलेगा जब तुम्हारे गुनाहों का खाता 

बड़े बुजुर्गों की सेवा जमानत बनेगी


कहने को परिवार घर दीवार छत है परंतु 

यह खुशियों का अनमोल खजाना बताते हैं 

बड़े बुजुर्गों वृक्ष हम शाखाएं हैं यह बताते हैं 

यह सब को सुख सुविधा आरािवार है फूलों की माला


परिवार है फूलों की माला यह सिखाते हैं 

इस माला के हम सब फूल यह बताते हैं 

प्रेम सद्भाव से रहना सिखाते हैं 

भारतीय संस्कृति की यही पहचान बताते हैं 


जिस परिवार में माता-पिता हंसते हैं 

उनके आंगन में भगवान बसते हैं 

प्रथम गुरु माता-पिता होते हैं 

अच्छी सीख परिवार में देते हैं 

लेखक - कर विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार कानूनी लेखक चिंतक कवि एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र


*#HappyRepublicDay : 74वें गणतंत्र दिवस की सभी देशवासियों एवं ग्रामवासियों को हार्दिक बधाई एवं ढेर सारी शुभकामनाएं - चन्द्रकेश जायसवाल | ग्राम प्रधान व पूर्व व्यापार मण्डल अध्यक्ष कोपा पतरहीं जौनपुर | Naya Sabera Network*
Ad



*वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञानप्रकाश सिंह की तरफ से मकर संक्रान्ति एवं गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं | Naya Sabera Network*
विज्ञापन

*विधान परिषद सदस्य जौनपुर बृजेश सिंह 'प्रिंसू' की तरफ से मकर संक्रान्ति एवं गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं | Naya Sabera Network*
विज्ञापन

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ