विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक करते डीएम। |
नया सवेरा नेटवर्क
विकास कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक में दिए गये निर्देश
जौनपुर। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में विकास कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक विकास भवन के सभागार में सम्पन्न हुर्इं। बैठक में कृषि, पंचायती राज, नगर विकास, ग्राम विकास, मत्स्य, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, बाल विकास एवं पुष्टाहार, महिला कल्याण, नियोजन, सिंचाई एवं जल संसाधन, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, बेसिक शिक्षा, पशुधन, ऊर्जा, लोक निर्माण, नमामि गंगे एवं जल आपूर्ति, खाद्य एवं रसद, समाज कल्याण, महिला कल्याण, दिव्यांगजन, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक कल्याण, वन विभाग, दुग्ध विकास, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, व्यवसायिक शिक्षा, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक, सूक्ष्म एवं लघु एवं मध्यम उद्यम, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, श्रम विभाग, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, लोक शिकायत, खादी एवं ग्रामोद्योग, सहकारिता, लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल, भूतत्व एवं खिनज की विस्तृत समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान उपनिदेशक कृषि को निर्देश दिया कि कृषि से सम्बन्धित समस्त योजनाओं को लक्ष्य के सापेक्ष त्वरित गति से पूर्ण कराये। सोलर पम्प लगाने के कार्य में लक्ष्य प्राप्त न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और निर्देशित किया कि तेजी से कार्य करते हुए लक्ष्य पूर्ण करे अन्यथा कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। एडीपीआरओ को निर्देशित किया कि सामुदायिक शौचालय की साफ-सफाई होने के साथ ही लोगो को जागरु क करे कि इसका प्रयोग करे और मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि पंचायत भवन के कार्यों की गुणवत्ता की जांच जिला स्तरीय अधिकारियों की कमेटी बनाते हुए करायी जाय। सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान चेकडैम के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए एक्सईएन सिंचाई को निर्देश दिया कि सभी नहरों में टेल तक पानी पहुचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने शारदा सहायक खण्ड 36 के एक्सईएन मनोज कुमार बैठक में अनुपस्थित होने के कारण एक दिन का वेतन बाधित करने के साथ ही स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिये। विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान अधीक्षण अभियंता विद्युत को निर्देशित किया कि निवेश मित्र और झटपट पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों को समयसीमा के अन्दर निस्तारित करें। लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई जा रही सड़को की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देशित किया कि शीतलहर समाप्त होते हुए सड़कों की पेटिंग का कार्य शुरु कर दिया जाये। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से निराश्रित गोशाला के संदर्भ में जानकारी प्राप्त की और निर्देशित किया कि जिन गौशाला का कार्य पूर्ण हो गया है उसमें पशुओं को रखना सुनिश्चित करे। समस्त खण्ड विकास अधिकारी और ई0ओ0 को निर्देशित किया कि जिन गौ-शाला का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है उसकी बाउन्ड्रीवाल के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराये। पशुओं का टीकाकरण, इयर टैगिंग कराने के साथ ही पशुचिकित्सकों को निराश्रित गो-आश्रय स्थलों पर निरीक्षण करने के निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिये गये। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी संतोष साही को निर्देशित किया कि पशुओं को शीतलहर से बचाव के लिए बोरे की व्यवस्था करायी जाये। बैठक में नगरीय और ग्रामीण स्वच्छता के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए समस्त ईओ को निर्देशित किया कि डोर-टू-डोर कूड़े की उठान सुनिश्चित कराये। कौशल विकास योजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि अधिक से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित करने के साथ उनको रोजगार दिलाना सुनिश्चित करें और मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि प्रशिक्षण दाताओं के साथ नियमित बैठक करें जिससे उनकी समस्याओं का निदान किया जा सके। उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि अभियान चलाकर सरकारी अवैध जमीनों को खाली कराये। जिला प्रोबेशन अधिकारी से कन्या सुमंगला योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देशित किया कि अपात्रों की सूची से नाम हटाकर योजना का लाभ पात्र लाभार्थी को दिया जाये और जिला पूर्ति अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए अभियान चलाकर कन्या सुमंगला योजना के पात्र लाभार्थी की संख्या बढ़ाई जाये। उन्होंने वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन के सन्दर्भ में जिला पूर्ति अधिकारी के माध्यम से समन्वय स्थापित करते हुए आधार प्रामाणीकरण त्वरित गति से शासन के मंशा के कराया जाय। जिलाधिकारी ने सभी कार्यदाई संस्थाओं को निर्देशित किया कि जितने भी कार्य हैं उनको समय से पूर्ण किया जाए, जो ठेकेदार कार्य में लापरवाही बरत रहे हैं उन पर विशेष नजर रखी जाए तथा गुणवत्तापूर्ण कार्य कराया जाए। किसी भी कार्य को कराने के लिए स्थल का चयन करते समय विभिन्न घटकों को देख लिया जाए ताकि भविष्य में स्टीमेट को रिवाइज न करना पड़े। जिन स्थानों पर भूमि अधिग्रहण किया जाना है वहां पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व से समन्वय स्थापित करते हुए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही समय से पूर्ण कराई जाए। उन्होने सभी प्रोजेक्ट मैनेजरों को निर्देशित किया कि जितने भी आवासीय भवनों का निर्माण किया जा रहा है उसमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये। अधिशासी अभियंता जल निगम नगर को निर्देशित किया गया कि सीवर लाइन डालते समय जिन सड़कों को खोदा गया है, उन्हें तत्काल ठीक कराएं। पेयजल योजनाओं के अवशेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराया जाए। सभी सेतु पर कार्य प्रारंभ करा दिया जाए। तीन परियोजनाओं पर कार्य पूर्ण हो चुका है उन्हें संबंधित विभाग को हैंडओवर करा दिया जाए और जिन परियोजनाओं पर धनराशि के अभाव में वर्तमान में कार्य बाधित है धनराशि की मांग हेतु शासन में पत्र जिलाधिकारी की तरफ से प्रेषित किया जाए। डीएम ने निर्देश दिया कि शासन के अंतर्गत जितने भी परियोजनाएं हैं उनमे मजदूरों की संख्या बढ़ाकर समय से पूर्ण कराया जाए इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी परियोजनाओं के गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी से कराई जाए तथा प्रत्येक परियोजना के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे कार्यों पर जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अभियंता जल निगम तथा कार्य करने वाले ठेकेदार एफकान एवं वेलस्पन को निर्देशित किया गया कि शत-प्रतिशत कनेक्शन देकर ग्रामों को संतृप्त कर दिया जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सार्इं तेजा सीलम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. लक्ष्मी सिंह, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी आरडी यादव, जिला सूचना अधिकारी मनोकामना राय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ.गोरखनाथ पटेल, जिला उद्यान अधिकारी ममता सिंह यादव, जिला विकलांग कल्याण अधिकारी दिव्या शुक्ला सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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