नया सवेरा नेटवर्क
- सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ का ऐलान
- युवा व नए वकीलों को मिले अधिक से अधिक अवसर
मुंबई। देश के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने शनिवार को बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र एंड गोवा (बीसीएमजी) के दादर स्थित योगी सभागृह में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि जल्द ही सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों की प्रति हिंदी सहित देश की हर भाषा में उपलब्ध कराई जाएगी। इससे आम लोगों को उनकी भाषा में अदालती फैसलों की जानकारी मिल सकेगी।
चीफ जस्टिस ने अदालत की कार्यवाही के सीधे प्रसारण की वकालत करते हुए कहा कि हमारा मिशन अदालत को कागज रहित और तकनीक से युक्त बनाना है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से सुप्रीम कोर्ट के फैसले हर भाषा में उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य शुरू है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था को व्यक्ति के लिए बनाया गया है, इसलिए व्यवस्था व्यक्ति के ऊपर नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि युवा व नए वकीलों को जितने ज्यादा अवसर मिलेंगे, वकालत का पेशा उतना समृद्ध होगा। सामाजिक संयोजन के लिहाज से हाशिये पर पड़े समुदाय के वकीलों को भी आगे आने का अवसर देना जरूरी है। वकालत के पेशे में अवसर को सिर्फ कुछ खास लोगों तक सीमित नहीं रखना नहीं रखना चाहिए।
प्रमुख न्यायाधीश ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट में रोजाना आंधे घंटे युवा वकीलों को सुनते हैं, इससे देश की नब्ज का पता चलता है। उन्होंने कहा कि युवा वकीलों को वरिष्ठ वकील अच्छा मानधन दे। इस दौरान उन्होंने न्यायपालिका में महिलाओं की बढ़ रही हिस्सेदारी की भी सराहना की।
इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बीआर गवई व हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एसवी गंगापुरवाला ने चंद्रचूड़ के न्यायिक विवेक को सर्वोत्तम बताया। वहीं कार्यक्रम में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह ने चंद्रचूड़ के कानूनी पेशे के सफर का परिचय दिया।
कार्यक्रम में बार काउंसिल आफ महाराष्ट्र एंड गोवा (बीसीएमजी) की ओर से तैयार की गई सिविल व क्रिमिनल प्रैक्टिस हैंडबुक का भी विमोचन किया। इसके साथ ही बीसीएमजी के एयर न्यूज व व्यूज चैनल की भी शुरुआत की। बीसीएमजी देश का पहला बार काउंसिल है, जिसने युवा वकीलों के लिए अपनी तरह की अनूठी प्रैक्टिस हैंड बुक का प्रकाशन किया है।
50 हजार युवा वकीलों को इस हैंडबुक की प्रति निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यक्रम में बार काउंसिल आफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा, हाईकोर्ट के मौजूदा व पूर्व न्यायमूर्तियों के अलावा बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र एंड गोवा के चेयरमैन मिलिंग थोबड़े, बीसीएमजी के सचिव प्रवीण रणपिसे व उसके सदस्य उदय वारुंजेकर सहित बड़ी संख्या में वकील उपस्थित थे।
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