जौनपुर: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मात्र स्वार्थपरक:राजदेव सिंह | #NayaSaveraNetwork
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फाइल फोटो पूर्व विधायक राजदेव सिंह। |
नया सवेरा नेटवर्क
पूर्व विधायक बोले स्वंय सेवकों के जीवन का आदर्श है राष्ट्रप्रेम
जौनपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का निहितार्थ दिखावा मात्र है। भारत को मन तथा आत्मा से जोड़ने की आवश्यकता है, हमें मन की आंतरिक भावना से विचारों को संग्रहित करने की आवश्यकता है। हमारे ऋषियों महर्षियों ने बहुत पहले ही अपनी साधना तथा तपस्या के बल से जोड़कर भारत की एकता को बनाए रखने का संदेश दिया है। उक्त बातें रारी के विधायक राजदेव सिंह ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से कही। उन्होंने बताया कि आदि शंकराचार्य ने भारत के चारों कोनों को उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम में मठ स्थापित कर भारत के लिए सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक एकता का स्मरणीय कार्य किया है। हमें उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर भारत की राष्ट्रीयता एवं सामाजिक एकता को प्रबल बनाए रखना है। स्वामी दयानंद सरस्वती ने समस्त भारत का भ्रमण किया और भारत को समझने और जानने का महत्वपूर्ण प्रयास कर आर्य समाज की स्थापना की। आर्य समाज के माध्यम से वैदिक ज्ञान का जनमानस में प्रचार प्रसार किया। आर्य समाज भारत की सामाजिक एकता एवं धार्मिक भावना को प्रभावी रूप से आत्मसात करवाने का अद्भुत प्रयास किया है। स्वामी विवेकानंद ने समस्त भारत का भ्रमण कर भारत की महानता को समझने तथा उसका जनता के मध्य प्रचार-प्रसार कर महत्वपूर्ण कार्य वैदिक धर्म की स्थापना श्रीरामकृष्ण मिशन के माध्यम से किया है। स्वामी विवेकानंद भारत की एकता को अपने मठों के द्वारा शक्तिशाली बनाने का ऐतिहासिक कार्य किया है। स्वामी विवेकानंद ने भारत के बाहर वि·ा के अन्य देशों यथा शिकागो कान्फ्रेंस में भाग लेकर भारत के आध्यात्मिक एवं वैदिक ज्ञान को परिभाषित किया है, जो वि·ा की मानवता एकता एवं कल्याण का आदशर््ा सिद्ध हुआ है। आचार्य विनोबा भावे ने समस्त भारत की पदयात्रा कर भारत की सामाजिक एवं धार्मिक एकता को शाश्वत् शक्ति प्रदान करने का कार्य किया है। विनोबा भावे की पदयात्रा किसी व्यक्तिगत स्वार्थ या महानता को प्राप्त करने के लिए नहीं थी, वह केवल भारत की ऐतिहासिक महत्ता तथा एकता के लिए पूरे त्याग तपस्या की भावना से की गई थी। जिसे आज भी भारत की जनता विनोबा को एक महान भारत सेवक एवं साधक के रूप में देखती व समझती है। उनकी पदयात्रा भारत को भारत बनाने की थी। राष्ट्रीय स्वयं संघ के संस्थापक डॉ केशव राव हेडगेवार ने नागपुर में सन 1925 में संघ की स्थापना कर संघ की शाखाओं के माध्यम से भारत को एकता के सूत्र में बांधने का आविस्मरणीय कार्य किया है। संघ के स्वयंसेवक निहिस्वार्थ भावना से भारत के सम्मान एवं गौरव के लिए कार्य कर रहे हैं। राष्ट्रप्रेम और राष्ट्र भक्ति स्वयंसेवकों के जीवन का आदशर््ा बनी हुई है। स्वयं सेवकों की त्याग तपस्या की भावना के द्वारा शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा केवल कांग्रेस जोड़ो यात्रा है जिसका निहितार्थ मात्र स्वार्थपरक है, जिसे भारत जोड़ो यात्रा नहीं कहा जा सकता है। राहुल की यह यात्रा स्वार्थ की यात्रा है। जो केवल किसी प्रकार से सत्ता प्राप्त करने की यात्रा है। राहुल को भारत की ऐतिहासिकता का कोई ज्ञान नहीं है। भारत को समझने और जानने के लिए कठिन तपस्या एवं साधना की आवश्यकता है परंतु राहुल को भारत की राष्ट्रीयता और राष्ट्र प्रेम से कुछ लेना देना नहीं है केवल एक ध्येय मात्र सत्ता प्राप्त करना है। यह उनकी काल्पनिक सोच है जो पूर्ण होने वाली नहीं है। राहुल की यात्रा भारत की ऐतिहासिकता एवं संस्कृति एकता के ज्ञान से परे है।
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