- नया सवेरा नेटवर्कमाँ का पहला दूध अमृत के समान: पूर्णम सिंह
- बच्चों को कुपोषण से बचाना हम सबकी जिम्मेदारी: नसीम अंसारी
पट्टी, प्रतापगढ़। नववर्ष के अवसर पर तरुण चेतना द्वारा आसपुर देवसरा ब्लाक के रमईपुर नेवादा गाँव में स्कूलपूर्व शिक्षा व पोषण केंद्र का शुभारम्भ कर बच्चों को दूध, बिस्कुट, टाफी व खिलौना बांटा गया, जिससे बच्चे काफी खुश दिखे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित क्षेत्र की बाल विकास परियोजना अधिकारी पूर्णम सिंह ने कहा कि माँ का पहला दूध अमृत के सामान है, जिसे हर माँ को पिलाना चाहिए। इससे बच्चा जहाँ हर बीमारी से बचेगा वहीँ कुपोषण से भी उसका बचाव होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि छः माह तक माँ द्वारा बच्चे को सिर्फ अपना दूध ही पिलाना चाहिए। पानी, जन्म घुट्टी आदि ऊपरी आहार बिलकुल नहीं। सुश्री पूर्णम ने कई बच्चों को दूध, बिस्कुट व टाफी देकर केंद्र का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर चाइल्ड हेल्पलाइन प्रतापगढ़ ने निदेशक नसीम अंसारी ने कहा कि बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं, इनको कुपोषण से बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के बारे में चर्चा करते हुए श्री अंसारी ने बताया कि अमेरिका में बसे भारतीय मूल के एक जैन परिवार द्वारा गठित जीव दया फाउंडेशन के सहयोग से आज यहाँ स्कूलपूर्व शिक्षा व पोषण केंद्र का शुभारम्भ किया गया है, जिसमें 06 माह से लेकर 05 साल तक के चिन्हित बच्चों को प्रतिदिन 150 मिली० गर्म दूध और 02 पारले बिस्कुट दिया जायेगा।
इसके आलावा स्कूलपूर्व शिक्षा के साथ साथ समय समय पर बच्चों को ड्रेस व पर्याप्त राशन भी देने की योजना है। क्षेत्र पंचायत सदस्य दिलबहार अहमद ने कहा कि पोषण के साथ साथ हमें बच्चों की साफ़-सफाई व हाथ-घुलाई पर भी ध्यान देना है। कार्यक्रम में पूर्व माध्यमिक विद्यालय के अध्यापक गुलजार अहमद ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए अपना पूर्ण सहयोग देने का वादा किया। नववर्ष पर आयोजित इस अवसर पर पंचायत मित्र संजय पटेल, सदस्य बग्गड़ अली,चेत आँगनबाड़ी गिरजा देवी, केंद्र संचालिका सलमा निशा सहित तरुण चेतना से संतोष चतुर्वेदी, रोशन ओझा, सहीद अहमद व शकुंतला देवी उपस्थित रहे।
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