नया सवेरा नेटवर्क
- प्रिया पाल के भोजपुरी गीतों व राजस्थानी नृत्य ने समां बांधा
- रविवार होने की वजह से भारत महोत्सव में उमड़े लोग, जमकर की खरीदारी
लखनऊ। आशियाना में चल रहे भारत हस्तशिल्प महोत्सव में रविवार को गायिका प्रिया पाल के भोजपुरी गीतों पर दर्शक खूब झूमे। वहीं दूसरे कलाकारों ने राजस्थानी नृत्य से लेकर दूसरी मनमोहक प्रस्तुतियों से पंडाल में दर्शकों को बैठे रहने के लिए मजबूर कर दिया। रविवार होने की वजह से महोत्सव में खूब भीड़ उमड़ी। लोगों ने खूब खरीदारी के साथ लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाया। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट की ओर से आशियाना के कांशीराम स्मृति उपवन में रविवार को मुख्य अतिथि एडीसीपी पूर्वी सैय्यद अली अब्बास ने दीप प्रज्ज्वलित किया। ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, उपाध्यक्ष नरेंद्र बहादुर सिंह ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। गायिका प्रिया पाल ने देवी गीत निमिया के डार मईया डारेला झूलनवा... से शुरुआत कर श्रोताओं को देवी दुर्गा की भक्ति के सागर में डुबो दिया। उसके बाद कहवा जन्मे हो राम जी कहवा कन्हैया, हरी हरी निमिया की.., फेक देहलो थरिया बलम गईले झरिया.. भोजपुरी गीत की प्रस्तुति से श्रोताओं को मुग्ध कर दिया। महिमा सोनी, दीपाली श्रीवास्तव, सुरभि सिंह, अंजलि साहू, दिव्यांशी चौबे, सरिका भारतीय ने धोलिड़ा धोलिड़ा धोलिड़ा पर आकर्षक राजस्थानी नृत्य की मनोरम छटा बिखेरी। इसी क्रम में कोमल, डॉली, रिया, खुशबू, स्नेहा, प्राची, मुस्कान, आस्था, आशा, आकांक्षा, वर्षा और प्रीती ने रश्मि शर्मा व लक्ष्मी सोनकर के निर्देशन में महाराष्ट्र के लावणी नृत्य की प्रस्तुति दी। यशप्रीत, ऋषि, दर्श, काव्या, सक्षम, अर्णव, पियूषा, आरव, आव्या, आवना, सार्थक ने मां मेरी मां गीत पर आकर्षक नृत्य पेश किया। नक्षत्र फाउंडेशन के बच्चों ने अनुराधा यादव व ऋचा तिवारी के साथ बॉलीवुड डांस पेश किया। रविवार होने पर लोग सुबह से ही महोत्सव में पहुंचने लगे। रात तक लोगों की भीड़ उमड़ी। लोगों ने सहारनपुर के फर्नीचर, भदोही के कालीन, स्वयं सहायता समूहों के घरेलू उत्पाद जैसे पापड़, अचार, मसाले, कश्मीरी ड्राई फ्रूट्स, हस्तनिर्मित बटुए, चादर, सलवार सूट और साड़ी की खरीदारी की। वहीं बच्चों सहित बड़ों ने झूलों का आनंद उठाया।
|
Ad |
|
Ad |
|
Ad
|
0 टिप्पणियाँ