नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस को मजिस्ट्रियल पॉवर मिलने वाली है। एसीपी, डीसीपी और पुलिस आयुक्त भी मजिस्ट्रेट की तरह सुनवाई करेंगे। अब थानों पर शांतिभंग में चालान होने के बाद इन अधिकारियों के कोर्ट में पेशी होगी। पुलिस अधिकारी कैसे मजिस्ट्रेट बनकर कार्रवाई करेंगे, इसके लिए परीक्षण शुरू हो गया है। शनिवार रात अभियोजन अधिकारी ने पुलिस लाइन में पुलिस अफसरों को ट्रेनिंग दी।
अभियोजन अधिकारी के साथ एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र और एडीसीपी प्रोटोकॉल रविशंकर निम ने डीसीपी नगर संतोष मीना, डीसीपी गंगानगर अभिषेक अग्रवाल, डीसीपी यमुनानगर सौरभ दीक्षित और सभी एसीपी को प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें बताया गया कि कैसे सीआरपीसी की पॉवर अधिग्रहण करने के बाद शांति भंग, 107-16 की कार्यवाही पर निर्णय लेंगे। पुलिस अफसर कैसे गुंडा, गैंगस्टर और गैंग चार्ज का अनुमोदन करेंगे। अभी तक यह पॉवर जिलाधिकारी के पास था। जल्द ही इसे पुलिस आयुक्त मजिस्ट्रियल पॉवर जिलाधिकारी से दायित्व ग्रहण करेंगे।
0 टिप्पणियाँ