नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना पड़ेगा। एनीमिया यानी खून की कमी महिलाओं में सबसे बड़ी समस्या है। सभी जगह आयरन की गोली नि:शुल्क मिलती है। इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं इसका सेवन नहीं करती हैं। डॉक्टरों को ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को इसके प्रति जागरूक करने की जरूरत है।
ये बातें शुक्रवार को कैंटोमेंट स्थित होटल में राज्यसभा सदस्य सीमा द्विवेदी ने कही। वह फेडरेशन ऑफ आब्सेटट्रिक्स एवं गाइनेकोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया के एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत आयोजित संगोष्ठी में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि कई बार आर्थिक रूप से संपन्न परिवार की महिलाएं भी खून की कमी जूझती हैं।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. ऋषिकेश पाई ने कहा कि यदि हीमोग्लाबीन 12 से कम है तो महिलाओं को नियमित जांच करानी चाहिए। सचिव डॉ. शालिनी टंडन ने कहा कि अगर महिलाओं को थकान, चिड़चिड़ापन, चक्कर आने सहित अन्य परेशानी हो तो उन्हें हीमोग्लोबीन की जांच जरूर करानी चाहिए। संगोष्ठी में डॉ. लवीना चौबे, डॉ अनुराधा खन्ना, डॉ. माधवी पटेल, डॉ. विभा मिश्रा, डॉ. रीतू खन्ना, डॉ. सुधा सिंह, डॉ नीलम ओहरी, डॉ. दिव्या अग्रवाल आदि चिकित्सक मौजूद थीं।
काशी पहुंचा जन आन्दोलन यात्रा
प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत भारत को एनीमिया से मुक्त करने के लिए फेडरेशन ऑफ आब्सेटट्रिक्स एव गाइनेकोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओर से ऋषिकेश पाई से शुरू हुई स्वास्थ्य जन आन्दोलन यात्रा के शुक्रवार को वाराणसी पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर कबीरचौरा स्थित टण्डन नर्सिंग होम में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ। इसमें 200 से अधिक का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ।
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