नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। बौद्धायन सोसाइटी और अभ्युदय संस्था बेंगलुरु की ओर से बुधवार को पाणिनी कन्या महाविद्यालय में हुए साहित्य समागम में आठ पुस्तकों का विमोचन हुआ। पहले सत्र की शुरुआत पूर्व डीआईजी एवं विद्याश्री न्यास के सचिव पं. दयानिधि मिश्र की अध्यक्षता में हुई। मुख्य अतिथि डॉ. रत्नेश वर्मा, विशिष्ट अतिथि डॉ. जितेंद्रनाथ मिश्र की उपस्थिति में आठ पुस्तकों का विमोचन हुआ। सत्र में राजेश गौतम, डॉ. मुक्ता, डॉ. शैल अग्रवाल, डॉ. अमरनाथ ‘अमर, चंद्रा प्रहलादका, डॉ. इंदु झुनझुनवाला ने विचार रखे। स्वागत डॉ. मंजरी पांडेय, संचालन प्रो. रचना शर्मा एवं धन्यवाद ज्ञापन पं. हरिराम द्विवेदी ने किया। दूसरे सत्र में अंतरराष्ट्रीय कवयित्री सम्मेलन आचार्य नंदिता शास्त्री की अध्यक्षता में हुआ। डॉ. शैल अग्रवाल मुख्य अतिथि रहीं। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री प्रो. सरोज चूणामणि एवं साहित्यकार डॉ. मुक्ता रहीं।
संचालन एवं संयोजन डॉ. मंजरी पांडेय ने किया। समापन सत्र नाट्य प्रस्तुति के नाम रहा। नाट्यगुरु पं. नरेंद्र आचार्य की अध्यक्षता एवं महाबोधि सोसाइटी आफ इंडिया के प्रधान संघ नायक भंते डॉ. डी. रेवत थेरो के मुख्य आतिथ्य में ‘बुद्ध एक अंतर यात्रा नाटक का मंचन हुआ। डॉ. इंदु झुनझुनवाला की कहानी का नाट्य रूपांतरण एवं निर्देशन बालमुकुंद त्रिपाठी ने किया। अभ्युदय अंतरराष्ट्रीय संस्था बंगलुरु द्वारा संस्कृति, कला व साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान करने के लिए ‘अभ्युदय अंतरराष्ट्रीय अजीत कुमार जैन सम्मान 2022 वाराणसी के डॉ रत्नेश वर्मा और लंदन की डॉ. शैल अग्रवाल को प्रदान किया गया।
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