नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। बीएचयू में फीस वृद्धि वापसी को लेकर धरना समाप्त होते नया मामला खड़ा हो गया। विभिन्न कारणों से परीक्षा से वंचित किए गए छात्रों ने गुरुवार को धरना प्रदर्शन किया। दोपहर में केंद्रीय कार्यालय पर छात्रों ने नारेबाजी की तो शाम को विधि संकाय के बाहर छात्र धरने पर बैठे रहे।
बीएचयू में कम उपस्थिति के साथ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जद में आए छात्रों को छह महीने तक परीक्षा देने से वंचित कर दिया गया है। निलंबित हुए छात्र इसके खिलाफ केंद्रीय कार्यालय पहुंचे। छात्रों ने कार्यालय का चैनल गेट बंद किया और धरने पर बैठ गए। निलंबित छात्रों ने शिक्षा के अधिकार कानून का हवाला देते हुए परीक्षा से वंचित करना मूल अधिकारों का हनन बताया।
उन्होंने कुलपति और बीएचयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन में प्रीतम उपाध्याय, अंकित पाल, रौनक मिश्रा, बिट्टू बाबू, विनीत मिश्रा रहे। शाम के वक्त विधि संकाय के छात्र भी धरने पर बैठ गए। छात्रों का कहना था कि एक महीने पहले हुई द्वितीय सेमेस्टर परीक्षा में कम अनुपस्थिति वाले छात्रों को अंडरटेकिंग लेकर परीक्षा में बैठने दिया गया जबकि अंतिम वर्ष के छात्रों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है।
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