नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। घर से दूर आकर बीएचयू में पढ़ने वाले बच्चों को इस साल खास प्रशिक्षण की मदद मिल रही है। विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास, आपसी प्रगाढ़ता और विपरीत परिस्थितियों से जूझने की क्षमता विकसित करने के लिए यहां कई चक्रों की विशेष कक्षाएं शुरू की गई हैं। इन्हें ‘इमोशनल इंटेलिजेंस और पर्सनालिटी डेवलपमेंट का नाम दिया गया है।
कोविड काल में दो साल तक घरों में रहने के बाद नए सत्र में पढ़ाई के लिए कक्षाओं तक आना, हॉस्टल में रहना और अपनी दिनचर्या को यहां के हिसाब से व्यवस्थित करना कई बार नए विद्यार्थियों के लिए मुश्किल होता है। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने विद्यार्थियों की इन परेशानियों को समझते हुए इस साल को ‘लीडरशिप, लाइफस्किल एंड वेल बीइंग इनीशिएटिव के तौर पर चलाने के निर्देश दिए थे। बीएचयू महिला महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की प्रो. ललिता वट्टा इस कार्यक्रम का संयोजन कर रही हैं।
प्रो. वट्टा ने बताया कि इन प्रशिक्षण कक्षाओं में कई तरह की गतिविधियां चलाई जा रही हैं। पिछले दिनों फेस पेंटिंग के जरिए विद्यार्थियों को अपनी भावनाएं व्यक्त करने का मौका दिया गया। इसके अलावा टीम बिल्डिंग एक्सरसाइज, आत्मरक्षा, गीत-संगीत और थिएटर, लेखन-वाचन जैसे सेशन भी होंगे। उद्देश्य है बच्चों में आत्मविश्वास जगाना और उन्हें अपनी भावनाएं व्यक्त करने लायक बनाना। उन्होंने बताया कि इमोशनल इंटेलिजेंस को सपोर्ट करने वाले यह प्रशिक्षण अब पूरे साल चलाए जाएंगे।
कर्मचारी और शिक्षकों की भी क्लास प्रो. ललिता वट्टा ने बताया कि यह कक्षाएं सिर्फ प्रथम वर्ष नहीं बल्कि सभी विद्यार्थियों के लिए हैं। इसके अलावा 30 नवंबर को कर्मचारियों के लिए भी सेशन चलाया जाएगा। इसमें उन्हें काम और व्यक्तिगत जीवन के बीच सामंजस्य बनाने के बारे में बताया जाएगा। इसके साथ ही इस तरह की कक्षाएं शिक्षकों के लिए भी होंगी ताकि वह विद्यार्थियों की समस्याओं का बेहतर ढंग से समाधान कर सकें।
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