नया सवेरा नेटवर्क
नयी दिल्ली। केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने मंगलवार को यहां प्रगति मैदान में 41वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) में सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों के हुनर और उत्पाद की झांकी प्रस्तुत कर रहे “एमएसएमई मंडप” का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा भी उपस्थिति रहे। प्रगति मैदान के प्रदर्शनी हॉल नंबर चार में एमएसएमई मंडप के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए श्री राणे ने कहा कि यह मेला एमएसएमई उद्यमियों, विशेष रूप से महिलाओं, अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति और आकांक्षी जिलों के उद्यमियों को अपने कौशल एवं उत्पादों को प्रदर्शित करने और विकास के नए अवसरों का सृजन करने तथा आत्मनिर्भर बनने का मौका देगा।
उन्होंने एमएसएमई मंडप का भ्रमण किया और वहां प्रदर्शनी लगा रहे एमएसएमई क्षेत्र की इकाइयों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस मंडप में कुल 205 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमी कपड़ा, भोजन, धातु विज्ञान, सुगंध, जूते, खिलौने, रसायन, विद्युत, चमड़ा, प्लास्टिक, रबर, रत्न और आभूषण सहित 26 क्षेत्रों में अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वर्ष एमएसएमई मंडप में महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्यमों की अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी है। श्री राणे ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर राष्ट्र (Nation) के इतिहास और संस्कृति में जनजातीय समुदायों के योगदान को रेखांकित करते हुए जनजातीय क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रयासों को नए सिरे से ऊर्जा प्रदान करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। जनजातिय समुदाय के नायक बिरसा मुंडा (1857-1900) की जयंती 15 नवंबर को देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
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