दीपों की आभा से जगमग हुआ बलुआघाट | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को देव दीपावली का पर्व श्रद्धा, उल्लास के साथ मनाया गया। मंगलवार को चंद्रग्रहण का योग होने के कारण सुबह से सूतक काल शुरू हो जायेगा। मठ-मंदिरों की साफ-सफाई के बाद पट बंद हो जाएंगे। सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा पर बड़ी संख्या ने लोगों ने संगम व गंगा यमुना के घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई। जिन लोगों ने कार्तिक मास में यमुना स्नान नहीं कर पाए थे उन लोगों ने स्नान-दान करके दीपदान किया। घरों में गणेश, लक्ष्मी का और श्रीहरि का पूजन-अर्चन कर भोग लगाया। चंद्रग्रहण के समय मंदिरों में भजन-कीर्तन कीर्तन करेंगे।
देव दीपावली के अवसर पर सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं की ओर से दीपदान दिया गया। विशाल संकल्प संस्था की ओर से बोट क्लब में मलिन बस्ती के बच्चों के साथ यमुना से संवाद किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. भरत पाठक राष्ट्रीय संयोजक गंगा विचार मंच ने बच्चों को नदी को स्वच्छ रखने का संकल्प भी दिलाया। संयोजन डॉ. अंजलि केसरी ने किया।
डॉ. बीके कश्यप, रामबाबू तिवारी, सनद मिश्र, अनीता, शिल्पी, रंजीत आर्यशेखर मौजूद रहे। बलुआघाट हजारों दीपों से जगमग हो गया। बारादरी की सीढ़ियों को लोगों ने दीपों से सजाया। यमुना में नावों पर सवार होकर प्रज्जवलित दीपों को प्रवाहित किया। यमुना की धार संग बहते झिलमिलाते दीप अनुपम आभा बिखेर रहे थे। गऊघाट, बलुआघाट, बरगदघाट पर श्रद्धा के जले दीप सुख-समृद्धि की ज्योति बिखेर रहे थे। बलुआघाट बारादरी पर महिलाओं ने रंगोली बनाकर भावों परिल्पनाओं को साकार किया।