नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। श्रीराम विवाह पंचमी के उपलक्ष्य में रविवार को अस्सी स्थित श्रीराम जानकी मठ में मटकोर का आयोजन हुआ। इसमें महिलाएं मठ से अस्सी घाट तक मंगल गीत गाते गईं। श्रीराम-जानकी विवाह के निमित्त मां गंगा का पूजन किया और समस्त कर्मकांड निर्विघ्न पूर्ण होने की प्रार्थना की।
मठ के महंत महामंडलेश्वर राजकुमार दास के सानिध्य में हो रहे उत्सव में महिलाएं गंगा का जल लेकर पुन: मठ लौटीं। लग रहा था मानो यह काशी नहीं, मिथिला भूमि है। स्थान-स्थान पर सीता पर पुष्पवर्षा हुई। आरती उतारी गई। मटकोर यात्रा में संत-महात्मा, बटुक तथा काशीवासी शामिल रहे। नेतृत्व मठ के प्रभारी संत रामलोचन दास ने किया। मठ में वेदपाठी बटुकों ने मंत्रोच्चार किया। 28 नवंबर को श्रीराम बारात शोभायात्रा निकाली जाएगी।
वहीं श्रीचित्रकूट रामलीला समिति की ओर से श्रीराम विवाह पंचमी पर दो दिनी आयोजन 28 एवं 29 नवंबर को लोहटिया के अयोध्या भवन में होगा। समिति के व्यवस्थापक पं. मुकुंद उपाध्याय ने बताया कि 28 नवंबर को मध्याह्न में गणेश, वरुण एवं नवग्रह पूजन के बाद श्रीराम पंचायतन की स्थापन होगी, फिर श्रीराम चरित मानस का अखंड पाठ आरंभ होगा। शाम को श्रीराम विवाह होगा। 29 नवंबर को पूर्णाहुति के बाद भंडारा होगा।
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