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वाराणसी। समाज की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए सरकार को जाति के बजाय आर्थिक आधार पर आरक्षण करना चाहिए। इससे सामाजिक संतुलन बना रहेगा। आपसी वैमनस्यता दूर होगी। इसके लिए आवश्यक है कि सरकार सवर्ण आयोग का गठन करे। ये बातें सोमवार को अखिल भारतीय संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय सम्मेलन में जुटे वक्ताओं ने कहीं।
रवींद्रपुरी एक्सटेंशन स्थित श्रीनाथ सत्संग भवन में हुए सम्मेलन में प्रयागराज, अयोध्या, मुरादाबाद, उज्जैन, हरियाणा, मधुबनी, मिर्जापुर, जयपुर, लखनऊ, देवरिया, गोरखपुर, अमेठी, अंबेडकरनगर, समस्तीपुर, बलिया, रांची, बहराइच आदि के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि श्रीपरशुराम सेवा ट्रस्ट, अयोध्या के संरक्षक पं. कृपानिधान तिवारी ने कहा कि सवर्णों को एकजुट होना होगा, तभी उनके साथ न्याय होगा। अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. कमलाकांत उपाध्याय ने व्यापक रणनीति बनाने की सलाह दी। संचालक डॉ. दिनेश तिवारी ने कहा कि इन सभी मुद्दों पर जनजागरण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। विचार व्यक्त करने वालों में प्रमुख रूप से गोकुलचंद शर्मा, सुरेंद्र चतुर्वेदी, गिरिजा शंकर पांडेय, जिल्ले सिंह पिचोलिया, आशुतोष झा, अशोक कुमार तिवारी, पं. नीलमणि तिवारी, यशवंत शुक्ला, पुनीत मिश्रा, डॉ. मंजू शुक्ला, अनिता मिश्रा, गार्गी तिवारी, श्याम नारायण चौबे, सांवली प्रसाद शुक्ला, सुंदर पांडेय शामिल रहे। संयोजन केंद्रीय ब्राह्मण महासभा युवा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अरुण उपाध्याय और धन्यवाद ज्ञापन आचार्य पवन शुक्ला ने किया।
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