|
फाइल फोटो चेयरमैन डॉ.इफ्तिखार अहमद। |
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने मदरसों के सर्वे के अच्छे तरीक़े से संपन्न होने के बाद बसपा सुप्रीमों के बयान पर आश्चर्य व्यक्त किया है। डॉ. जावेद ने कहा कि मदरसों के सर्वे इतने अच्छे तरीक़े से संपन्न होने के बाद इस प्रकार का बयान देना कत्तई ठीक नहीं लग रहा। चेयरमैन ने कहा कि हो सकता है बसपा सुप्रीमों के बयान के बाद अब सपा सुप्रीमों भी जल्द ही बयान दें। विपक्ष के इन नेताओं को मुसलमानों या मदरसों की चिंता नहीं है बल्कि इस बात की चिंता है कि इतने शांतिपूर्वक तरीके से सर्वे कैसे हो गया। डॉ. जावेद ने बतलाया कि सबसे पहले मदरसा बोर्ड की 15 जून की बैठक में सर्वे का प्रस्ताव शासन को भेजा गया और 30 अगस्त को शासन ने सर्वे का पत्र जिलाधिकारियों को जारी किया। 10 सितंबर से लेकर 20 अक्टूबर तक सर्वे का काम संपन्न हुआ तब तक ये लोग खामोशी से देखते रहे, इन लोगों को इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि मदरसों का सर्वे इतनी आसानी से हो जाएगा। अब जबकि सर्वे का कार्य अच्छी तरह से संपन्न हो गया तब ये लोग सर्वे पर सवाल उठा रहे हैं जो खुद ही एक संदेह पैदा करता है। डॉ. जावेद ने गैर मान्यता प्राप्त मदरसों से जुड़े लोगों ने जिस तरीके से सर्वे को संपन्न कराने में सहयोग किया है उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम होगी।
|
Ad
|
|
Ad |
|
Ad
|
0 टिप्पणियाँ