नया सवेरा नेटवर्क
पिछले दो सालों के दौरान कोरोना महामारी की वजह से लोगों की जिंदगी काफी बुरी तरह प्रभावित हुई है। कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों का तो और बुरा हाल हुआ है। इस वायरस को मात देने के बाद भी उन्हें कई मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन्हीं समस्याओं में आर्थराइटिस यानी गठियो की समस्या भी शामिल है। आर्थराइटिस को जोड़ों की बीमारी भी कहा जाता है। इससे पीड़ित व्यक्ति को जोड़ों में दर्द, सूजन और कठोरपन की शिकायत रहती है और उन्हें चलने-फिरने में दिक्कतें होती हैं।
पहले के समय में बुजुर्ग इस समस्या से परेशान रहते थे लेकिन अब युवा भी इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। आर्थराइटिस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लोगों को इस समस्या के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 12 अक्टूबर को विश्व आर्थराइटिस दिवस मनाया जाता है। ऐसे में आज हम आपको आर्थराइटिस के लक्षणों के बारे में बताएँगे, इसके साथ ही इससे बचने के लिए डाइट में क्या चीज शामिल करनी चाहिए उसकी जानकारी भी देंगे।
- आर्थराइटिस के शुरुआती लक्षण
- जोड़ों में जकड़न होना
- उठते-बैठते या चलते समय घुटनों में दर्द होना
- उठने-बैठने के दौरान घुटनों में आवाज आना
- बहुत जल्दी थक जाना और कमजोरी महसूस होना
- जोड़ों और पैरों में सूजन होना
- आर्थराइटिस से बचने के लिए डाइट में शामिल करें ये चीजें
- आर्थराइटिस से बचने के लिए सेब का सेवन करें। सेब में टैनिन पाया जाता है जो गठिया की समस्या को दूर करने में मदद करता है।
- मौसमी, संतरा, कीवी, नींबू, जामुन जैसे विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करना आर्थराइटिस की समस्या से राहत दिला सकता है।
- लहसुन, अदरक, ब्रोकली, पालक, टमाटर और कद्दू जैसी सब्जियां भी गथियो की समस्या में काफी फायदेमंद मानी जाती है।
Ad |
Ad |
0 टिप्पणियाँ