जीव के उद्धार का साधन राम नाम जप कीर्तन सत्संग: डा मदन मोहन | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। पूर्वांचल की आस्था का केन्द्र शीतला चौकियां धाम में चल रहे श्री राम कथा के पांचवे दिन समापन दिवस के अवसर पर वाराणसी से पधारे कथा वाचक डा. मदन मोहन मिश्र ने बताया कि इस कलिकाल में जीव के उद्धार का साधन है राम नाम जप कीर्तन सत्संग है। प्रभु नाप जप कीर्तन करने से सांसारिक जीवन से तनाव दूर होता है।
भोपाल से पधारी प्रसिद्ध राष्ट्रीय कथावाचिका साध्वी प्रेमलता ने कहा कि ग्रहस्थ जीवन में रहकर भी प्रतिदिन भजन कीर्तन करते रहना चाहिए। श्री राम कथा सुनने व भजन कीर्तन सत्संग करने से जीवन में आने वाली समस्त बाधाए दूर हो जाती है।
कथावाचक डा अखिलेश चंद्र पाठक ने बताया कि जीव का जन्म माता देती है दूसरा जन्म गुरु अपने ज्ञान से अन्धकार जीवन में प्रकाश भर देता है। सदगुरू शरण में जाने से ही प्राणी का इस मोह रूपी संसार से प्राणी का उद्धार होता है। इस मौके पर उपस्थित सुरेंद्र नाथ त्रिपाठी, शिव आसरे गिरि, अमित गिरि, हनुमान त्रिपाठी, मदन गुप्ता, सुरेंद्र गिरि, राजकुमार यादव, अजीत गिरि, सुरेंद्र गिरि, सचिन गिरि, प्रवीण पंडा, चंद्रदेव पंडा , समेत सैकड़ों लोग कथा पंडाल में मौजूद रहे।
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