नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। आईआईटी बीएचयू में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का रास्ता साफ हो गया। गुजरात के गांधीनगर में डेफएक्सपो-2022 में गुरुवार को इसके समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उनके वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. जी. सतीश रेड्डी की मौजूदगी में आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने समझौते का आदान प्रदान किया।
आईआईटी बीएचयू में डीआरडीओ का उद्योग अकादमिक उत्कृष्टता केंद्र ‘आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान की शुरुआत में आईआईटी बीएचयू पाउडर मेटलर्जी, फंक्शनल इलेक्ट्रानिक्स और उच्च शक्ति माइक्रोवेव स्रोत और उपकरण के तीन क्षेत्रों में काम करेगा। मौजूदा समय में इन क्षेत्रों में अनुसंधान की जरूरत है। विदेशों से आयात होने वाले रक्षा उत्पादों का विकास और निर्माण यह केंद्र समयबद्ध अनुसंधान के जरिए करेगा।
डेफएक्सपो-2022 में आईआईटी के भौतिकी विभाग के डॉ राकेश कुमार सिंह को 'डेयर टू ड्रीम-3' प्रतियोगिता में दूसरा पुरस्कार भी दिया गया। निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने कहा कि इस केंद्र का लक्ष्य भारत के रक्षा आयात को कम करना और स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना होगा।
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