नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। इस बार गंगाघाटों पर छठ पूजा चुनौती होगी। काफी संख्या में भगवान सूर्य को अर्घ्य देने व्रती महिलाएं घाटों पर पहुंचती हैं। उसके साथ परिवार के सदस्य और पास-पड़ोस के लोग भी होते हैं। घाटों के संपर्क मार्ग पर जमा सिल्ट उनकी परीक्षा लेगी। कमर तक सिल्ट जमा होने से सुरक्षा को भी खतरा है। ऐसे में यदि घर पर ही कृत्रिम जलाशय बनाकर पूजा की जाए तो बेहतर होगा।
अस्सी घाट पर सबसे ज्यादा सिल्ट है। पिछले वर्षों में सिल्ट रहती थी लेकिन मिट्टी सूखी होने से दिक्कत नहीं होती थी। लेकिन इस बार दलदल से बड़े क्षेत्र में वेदी बनाना संभव नहीं है। गंगा का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। ऐसे में सूर्य को अर्घ्य देने से पहले घाटों पर क्या स्थिति होगी, इस पर अनिश्चतता बनी है।
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