विद्यालय में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
- पारिस्थितिकी तंत्र में संतुलन जरूरी है: फादर पी विक्टर
जौनपुर। सेंट जॉन्स स्कूल की शनिवासरीय प्रार्थना सभा में जैव पारिस्थितिकी-तंत्र एवं उनके संतुलन को दर्शाया गया। इस सप्ताह की प्रार्थना सभा की जिम्मेदारी कक्षा सात ‘स’ के विद्यार्थियों की थी। कक्षाध्यापिका प्रियंका श्रीवास्तव के कुशल निर्देशन में बच्चों ने बहुत ही सुंदर, रोचक एवं सारगर्भित रूप से अपनी परियोजना का प्रदर्शन किया। कक्षाध्यापिका प्रियंका श्रीवास्तव ने जैव-विविधता एवं उनके संतुलन के महत्त्व पर प्रकाश डाला।
विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर पी विक्टर ने आनेवाले पर्व दीपोत्सव की बधाई दी कहा कि पर्व-त्योहार पारिस्थितिकी-तंत्र एवं पर्यावरण को ध्यान में रखकर ही मनाया जाना चाहिए। मानव ईश्वर की श्रेष्ठतम रचना है इसलिए पारिस्थितिकी-तंत्र को संतुलन में रखने की जिम्मेदारी मनुष्यों की ही है। दीपावली का शाब्दिक अर्थ होता है दीपों की अवली अर्थात दीपों की पँक्ति अतः मिट्टी के बने दीपकों का ही इस्तेमाल करना चाहिए बिजली के झालरों का नहीं।मिट्टी के दीए में घी-तेल जलाने से वातावरण शुद्ध होता है।
पटाखे वातावरण को विषाक्त कर देते हैं इसलिए इनका प्रयोग बिल्कुल ही नहीं करना चाहिए क्योंकि इनसे ग्लोबल वार्मिंग, हृदय एवं श्वांस आदि रोग बढ़ रहे हैं। सही मायने में दीपावली तभी सफल होगी जब बाह्याभ्यन्तर तमस का नाश हो।प्रेम,सद्भाव भाईचारा व्याप्त हो। दीपोत्सव के पूर्व विद्यालय में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और सुंदर तथा आकर्षक रंगोलियाँ बनाई।
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