वाराणसी। ज्ञानवापी प्रकरण में मिली शिवलिंग की आकृति पर हिन्दू पक्ष में एक बार फिर रार सामने आई है। विश्व वैदिक सनातन संघ ने इसका विरोध किया है। संघ के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सिंह ने मंगलवार को रथयात्रा स्थित एक रेस्टोरेंट में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कार्बन डेटिंग या अन्य किसी प्रकार की वैज्ञानिक जांच तो पूरे परिसर की होनी चाहिए न कि शिवलिंग की। उन्होंने कहा कि कमीशन के दौरान शिवलिंग की आकृति मिली है।। अगर उसकी कार्बन डेटिंग की जायेगी तो वह खंडित होगा। वैदिक सनातन धर्म में खंडित मूर्ति की पूजा का कोई विधान नहीं है। यही नहीं हिन्दू समाज की भावनाओं के ऊपर कुठाराघात होगा जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, भगवान आदि विश्वेश्वर स्वयंभू ज्योतिर्लिंग की कार्बन डेटिंग की मांग कर अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा काम है।
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