Jaunpur News: प्राचीन कृषि पर शोध, आलोक त्रिपाठी बने डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी
नया सवेरा नेटवर्क
बरसठी, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रांगण में सोमवार को आयोजित 39वें दीक्षांत समारोह में बरसठी क्षेत्र के हरद्वारी गांव निवासी सपा के पूर्व विधायक शचिन्द्रनाथ त्रिपाठी के पुत्र आलोक त्रिपाठी को डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई।
यह उपाधि उन्हें प्राचीन इतिहास विषय में किए गए उत्कृष्ट शोध कार्य के लिए दी गई। आलोक त्रिपाठी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में कृषि का उद्भव एवं विकास विषय पर शोध किया है। उनके शोध में तत्कालीन काल की कृषि व्यवस्था, प्रमुख फसलों, औषधीय पेड़ों, सिंचाई, जल प्रबंधन और अनाज भंडारण की पद्धतियों पर गहन अध्ययन प्रस्तुत किया गया है।
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इस अवसर पर राष्ट्रीय सहारा से बातचीत में आलोक त्रिपाठी ने कहा, कृषि भारतीय सभ्यता की आत्मा रही है मेरा प्रयास रहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्राचीन कृषि व्यवस्था को ऐतिहासिक दृष्टि से समझा और समाज के समक्ष रखा जा सके। इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय परिवार सहित उनके शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
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