Mumbai News: भाषा संवाद का अद्वितीय माध्यम है: एड आशिष शेलार
मुंबई। सभी भाषाएं हमारी अभिव्यक्ति का माध्यम हैं। मराठी भाषा के प्रति विशेष आग्रह रखते हुए हम हिंदी सहित सभी भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार हेतु प्रतिबद्ध हैं। हिंदी साहित्य की विविध विधाओं के साथ ही विशेष रूप से हमें बाल साहित्य के विकास का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। बाल साहित्य से भविष्य में हिंदी का विकास सुनिश्चित हो सकेगा। उपरोक्त विचार महाराष्ट्र राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक कार्य मंत्री एड आशीष शेलार ने रंगशारदा, बांद्रा पश्चिम में आयोजित हिंदी दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किया। महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित -'काव्य-प्रस्तुति' कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में महाराष्ट्र के पूर्व राज्यमंत्री अमरजीत मिश्र ने कहा कि हिंदी भाषा हमारे हृदय की भाषा है।
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हमारी सोच, संवेदना और व्यवहार में हिंदी रची-बसी है। मराठी भाषा के प्रति आदर व्यक्त करते हुए हमें हिंदी को प्रत्येक व्यवहार का माध्यम बनाना चाहिए। मुख्य वक्ता के रूप में प्रख्यात अभिनेता अखिलेंद्र मिश्र ने हिंदी की वैज्ञानिकता को रेखांकित करते हुए कहा कि इसके सभी अक्षर ही अनुलोम-विलोम,विसर्ग , कपालभाति और अनुस्वार भ्रामरी हैं। इसके तैंतीस वर्णों का संबंध रीढ़ के तैंतीस जोड़ों से है। वचनों के पच्चीस रूप, सांख्य दर्शन के पच्चीस तत्वों से है। उन्होंने कहा कि हिंदी के प्रयोग से हम स्वास्थ्य, समाज और ज्ञान -दर्शन से स्वयंमेव जुड़ जाते हैं।
गीतकार विनोद दुबे, श्लेष गौतम और छाया साखरे की प्रस्तुतियों से उपस्थित समुदाय आह्लादित महसूस कर रहा था। अकादमी के पूर्व कार्याध्यक्ष शीतला प्रसाद दुबे ने कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर जोर दिया। आचार्य रामव्यास उपाध्याय की सरस्वती वंदना और डॉ अंजना विजन के संचालन से पूरा माहौल जीवंत हो उठा। कार्यक्रम में पूर्व उपमहापौर अरुण देव, अशोक कुमार सिंह,राम सिंह, यशपाल सिंह यश, सहित सैकड़ों हिंदी प्रेमी उपस्थित थे। सचिन निंबालकर के आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
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