Jaunpur News: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जन्मदिवस पर संगोष्ठी का आयोजन
नया सवेरा नेटवर्क
जलालपुर,जौनपुर। बयालसी इंटर कॉलेज के मथुरा सिंह सभागार में भारतीय जनता पार्टी मण्डल जलालपुर द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जन्मदिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व जिला उपाध्यक्ष डॉ. नृपेन्द्र सिंह ने उनके जीवन, संघर्ष और राष्ट्र निर्माण में दिए गए योगदान पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का योगदान अविस्मरणीय और प्रेरणादायी है। उन्होंने "एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान नहीं चलेंगे" का नारा दिया, जो आज भी राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है। उन्होंने आगे कहा कि डॉ. मुखर्जी देश के पहले उद्योग मंत्री रहे और उन्होंने आधुनिक भारत की औद्योगिक नींव रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता, बंगाल में हिन्दू समाज की रक्षा और कश्मीर में अनुच्छेद 370 का विरोध उनके जीवन की कुछ प्रमुख उपलब्धियाँ थीं।
आज जब हम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की बात करते हैं, तो उसके मूल विचार की नींव रखने वाले व्यक्तित्वों में डॉ. मुखर्जी अग्रणी थे।वे मानते थे कि राष्ट्र की एकता से कोई समझौता नहीं हो सकता। जब देश के लिए अनुच्छेद 370 जैसी विभाजनकारी व्यवस्था को स्वीकार करना पड़ा, तब उन्होंने संसद और सत्ता की कुर्सी छोड़ दी, और जनसंघ की स्थापना की।वे महज 33 वर्ष की आयु में कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने और उस समय वे विश्व के सबसे युवा कुलपति थे। उनके नेतृत्व में शिक्षा क्षेत्र में आधुनिक दृष्टिकोण और राष्ट्रवाद का समावेश हुआ।
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जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में उन्होंने स्पष्ट कहा, एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चल सकते। यह कोई नारा नहीं था, यह एक संघर्ष की शुरुआत थी एक ऐसा संघर्ष जिसने उन्हें बलिदान के मार्ग पर पहुँचा दिया। 1953 में बिना अनुमति जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने के कारण उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया और संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। आज भी उनकी मृत्यु की परिस्थितियाँ रहस्य और प्रश्नों से घिरी हुई हैं, लेकिन उनका बलिदान एक चेतना बनकर राष्ट्रभक्तों के मन में जीवित है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता निवर्तमान मण्डल अध्यक्ष रणविजय सिंह ने एवं संचालन कृष्णचंद्र चौबे ने किया। इस अवसर पर राजेश सोनकर, सुशील निषाद,ललित सिंह, शैलेन्द्र सिंह, शशि कुमार दुबे, मुगना देवी, सुनीता, विपिन सिंह, योगेश दुबे, श्रीनिवास राय,धीरेन्द्र सिंह, विशाल सिंह,राजेश यादव,सौरभ गुप्ता,भैयालाल सरोज, अवधेश पटेल, सियाराम पटेल, किशन सिंह, मोहित उपाध्याय, संजय सिंह, नितेश यादव, रजनीश सिंह, प्रभाकर सिंह ,सुगम सिंह आदि उपस्थित रहे।
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