UP News: सुरक्षा की दृष्टि से अब राम मंदिर की ऊंची चाहरदीवारी भी बनेगी

UP News: सुरक्षा की दृष्टि से अब राम मंदिर की ऊंची चाहरदीवारी भी बनेगी

दीपावली बाद तक कई कार्य पूर्ण होंगे

निर्भय सक्सेना @ नया सवेरा 

बरेली। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के द्वारा अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर के राम मंदिर निर्माण का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। राम मंदिर का 161 फीट ऊंचा  स्वर्ण कलश वाला शिखर मंदिर की भव्यता अलौकिक और अद्भुत स्वरूप प्रदान कर रहा है। सभी मंडप के शिखरों में स्वर्ण कलश लग गए हैं। अब एक किलोमीटर लंबे आयताकार परकोटे का निर्माण चल रहा है जो दीपावली तक पूर्ण होने की बात कही गई है। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से राम मंदिर के चारों तरफ चाहरदीवारी पर लगी हुई फेंसिंग को हटाकर अब 16 फिट ऊंची पक्की चाहरदीवारी भी बनाई जाएगी। जो लगभग 4 किलोमीटर से अधिक लंबाई की सेंसरयुक्त होगी।

राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय एवं राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा द्वारा समय समय पर मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार श्रीराम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 5 जून 2025 को की गई थी। अब पास देकर भक्तगण प्रथम तल पर दर्शन भी कर रहे हैं। मंदिर का एक किलोमीटर से अधिक लंबा आयताकार परकोटा अक्टूबर 2025 तक पूर्ण होगा। एक किलोमीटर के इस परकोटे में छह अन्य मंदिर और 80 कांस्य पर भगवान के उत्कीर्ण हुए भित्ति चित्र वाले पैनल भी लगेंगे। श्रीराम मंदिर परिसर में प्रधानमंत्री के सुझाव पर सामाजिक समरसता दर्शाते मंदिर भी बनाए गए हैं। परकोटे में बने 6 मंदिर जिसमें गणेश, हनुमान, भगवान सूर्य, माता भगवती, माता अन्नपूर्णा और भगवान शिव के मंदिर शामिल हैं।

अब अयोध्या में राम दरबार की प्रथम तल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की उपस्थिति में 5 जून 2025 को पूजन के बाद स्थापना भी हो गई है। राम दरबार को एक ही सफेद संगमरमर शिला को तराश का मूर्तिकार सत्य नारायण पांडे ने बनाया है। राम दरबार के दर्शन को 1800 विशिष्ट व सुगम पास भी बनाना शुरू हो गए हैं । इसमें जिला प्रशासन व राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास का कोटा आधा आधा होता है। इसमें 900 पास न्यास व इतने ही पास जिला प्रशासन के माध्यम से बनाये जाते हैं। इसी सुगम व विशिष्ट पास पर ही राम दरबार के दर्शन की अनुमति दी जायेगी।

स्मरण रहे 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में बाल रूप में रामलला की स्थापना हुई थी। भगवान राम मंदिर, जो 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा के बाद खुला, उसमें एक साल में 700 करोड़ रुपये से अधिक का चढ़ावा प्राप्त होने की सूचना मीडिया को मिली जानकारी के अनुसार है।

यह भी पढ़ें | UP News: रोडवेज बस और ट्रैक्टर ट्राली की भिड़ंत, 6 लोग घायल एक की मौत

श्रीराम मंदिर तीर्थ  क्षेत्र न्यास कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्‍ता के अनुसार न्यास के 10 दान काउंटर पर प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दौरान  प्रतिदिन 10 लाख रुपये से ज्‍यादा का दान या चढ़ावा मिल रहा था। महाकुंभ 25 के एक माह में लगभग 15 करोड़ से ज्यादा का दान प्राप्त हुआ था। इसमें रामलला के सामने रखे 6 दानपात्रों में दी गई धनराशि भी बताई गई है।  अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर परिसर पर अब तक कुल 2150 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। श्री राम मंदिर में भूतल पर बने दरवाजों और भगवान रामलला के सिंहासन में लगभग 50 करोड़ रुपए मूल्य का 45 किलोग्राम शुद्ध सोना प्रयोग हुआ है। भूतल से लेकर 161 फीट ऊंचा शिखर मंदिर की भव्यता अलौकिक और अद्भुत स्वरूप प्रदान कर रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय का दावा है कि उत्तर भारत का सबसे अलौकिक स्वार्णिम राम मंदिर का अयोध्या मे  निर्माण हुआ है। श्रीराम मंदिर के भूतल पर विराजमान रामलला का सिंहासन, 14 द्वार, 161 फीट ऊंचे मुख्य शिखर, गुंबद के शिखर सोने से जड़ित हैं। मंदिर  परकोटे में बने 6  मंदिर के शिखर कलश को स्वर्ण जड़ित किया गया है। यह सोना मुंबई के व्यापारी ने दान दिया था।   भगवान श्रीराम मंदिर का मुख्य ढांचा तैयार है, बाकी निर्माण कार्य अप्रैल 2026 तक पूरे होंगे ऐसा खा जा रहा है। श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अनुसार मंदिर परिसर पर 2150 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। नई जमीन खरीदने पर भी काफी बड़ी राशि खर्च हुई है। अयोध्या के भगवान श्री राम मंदिर में विराजमान रामलला को भक्तों की और से खूब सोना-चांदी समर्पण किया जा रहा है। इसकी पुष्टि भारत सरकार की संस्था सिक्योरिटी प्रिंटिंग एण्ड मिटिंग कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (एस पी एम सी आई एल) कर चुकी है। नवम्बर 2024 से फरवरी 2025 यानी तीन महीने में ही भक्तों ने 85 किलो से ज्यादा सोना-चांदी दान दी गई है। इसमें दो किलोग्राम 370 ग्राम सोना और 83 किलोग्राम 330 ग्राम चांदी समर्पित की है। श्रीराम मंदिर को दिव्य एवं भव्य बनाने में श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास अब तक मंदिर पर 1621 करोड़ रुपये खर्च कर चुका है। इस वित्तीय सत्र 2024- 2025 में राम मंदिर निर्माण समेत अन्य परियोजनाओं पर 2150 करोड़ रुपए का खर्च आया है। बीते 7 जून 2025 को मणिराम दास की छावनी में हुई तीर्थ क्षेत्र न्यास की बैठक में राम मंदिर निर्माण का आय- व्यय का विवरण प्रस्तुत किया गया था। इसमें मंदिर निर्माण पर हुए खर्च का विवरण भी प्रस्तुत किया गया। श्रीराम मंदिर निर्माण पर अब तक 2150 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। इसमें मंदिर निर्माण पर 1621 करोड़ रुपये और इंफ्रास्ट्रक्चर तथा अन्य मदों पर 529 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।  श्रीराम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने मीडिया से कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से राम मंदिर के चारों तरफ चाहरदीवारी की लगी हुई फेंसिंग को हटाकर अब 16 फिट ऊंची पक्की चाहरदीवारी बनाई जाएगी। उस पर स्टील की फेंसिंग भी लगेगी। राम मंदिर की सुरक्षा की दृष्टि से 16 फिट ऊंची एवं 4 किलोमीटर लंबी सेंसरयुक्त चाहरदीवारी को लगभग 18 महीने में बनाकर तैयार किया जाना है। इस चाहरदीवारी का  निर्माण इंजीनियर इंडिया लिमिटेड करेगा।

श्रीराम मंदिर में लगे 370 पिलर पर जो मूर्तियां बनाई जा रही हैं, उनका कार्य भी जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा। श्रीराम मंदिर के अधिकतम कार्य अक्टूबर 2025 तक पूरे कर लिए जाएंगे। यही नहीं राम मंदिर परिसर के 20 एकड़ जमीन में अगले कुछ माह के अंदर घास व पेड़ पौधे लगाकर वनस्पति सौंदर्य से भी हराभरा करने की भी योजना है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार का लक्ष्‍य 2026 तक अयोध्‍या को नगर को  “सांस्‍कृतिक राजधानी” के साथ ही स्‍मार्ट सिटी के रूप में पेश करना है। लगभग 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की कई योजनाओं पर अभी कार्य हो रहा है। 7 नई सड़कों का डीपीआर भी तैयार है। रामपथ‑धर्मपथ पर मिस्टिंग फैन लगाने का पायलट कार्य भी शुरू हो गया है ताकि भीषण गर्मी में दर्शनार्थी गर्मी से बच सकें।

S S PUBLIC SCHOOL | (10+2 Affiliated to the C.B.S.E. New Delhi) | Affiliation No.: 2132085 | Contact Us On: 7380691111, 9453567111 | SIDDIQPUR, JAUNPUR-222003  | Naya Savera Network
विज्ञापन



नया सबेरा का चैनल JOIN करें