Jaunpur News: बिजली समस्या से जनता त्रस्त, लापरवाह अधिकारी मस्त
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। जनपद के शाहगंज तहसील अंतर्गत सुइथा कलां ब्लॉक पर स्थित पॉवर हाउस की बिजली आपूर्ति मैं की जा रही लापरवाही और जूनियर इंजीनियर (JE) सत्य प्रकाश यादव की मनमानी से क्षेत्र के उपभोक्ता परेशान हैं। 19 जून 2025 को डेहरी फीडर पर सुबह 13:35 बजे से बिजली गुल हो गई। इसकी जानकारी बिजली विभाग को होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। शाम 6 बजे के आसपास मरम्मत का काम शुरू हुआ और रात 12 बजे के करीब बिजली बहाल हो पाई। इस दौरान उपभोक्ताओं ने जूनियर इंजीनियर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे थे। जब फोन उठाया, तो बदतमीजी से चिल्लाकर बोले कि क्या मैं हर वक्त फोन ही उठाता रहूंगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जेई का यह रवैया नया नहीं है।रोजाना बिजली की समस्याओं से जनता त्रस्त है। अवैध कनेक्शन, ओवरलोडिंग, और तार गिरने जैसी समस्याएं आम हैं। जहां 18 घंटे बिजली आपूर्ति होनी चाहिए, वहां मुश्किल से 12-13 घंटे ही बिजली मिल पाती है। उपभोक्ताओं का आरोप है कि बिजली विभाग का JE कई कई दिनों तक न तो पॉवर हाउस पर आते हैं और ना ही जनता की समस्याओं का समाधान करते हैं।
यह भी पढ़ें | 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2025 : एक धरती एक स्वास्थ्य, योग से विश्व कल्याण, विश्व शांति और स्वास्थ्य की ओर कदम
लोग यह भी कहते हैं कि JE पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और समाजवादी पार्टी के बेहद करीब हैं और योगी आदित्यनाथ की सरकार को बदनाम करने के लिए क्षेत्र की जनता को परेशान की नियत से बिजली आपूर्ति की समस्या उत्पन्न करते हैं।इतना ही नहीं यदि कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री द्वारा स्थापित जनसुनवाई पोर्टल या सोशल मीडिया पर की जाने वाली शिकायत के संदर्भ में JE सत्यप्रकाश यादव द्वारा जनसुनवाई पोर्टल पर फर्जी तरीके से समस्या के समाधान की रिपोर्ट पेश कर दी जाती है, इससे सरकार की बदनामी भी होती है।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के बिजली मंत्री और पूर्व आईएएस ए के शर्मा खुद जौनपुर के प्रभारी मंत्री भी है इसके बावजूद जौनपुर में बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी को को भय नहीं है इससे बिजली मंत्री के कार्य क्षमता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो जाता है।। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि JE के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और बिजली आपूर्ति में सुधार किया जाए। यदि जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो जनता आंदोलन करने को मजबूर होगी। बिजली जैसी मूलभूत सुविधा के लिए लोगों का यूं परेशान होना प्रशासन की विफलता को दर्शाता है।
![]() |
Ad |