Panchang : 23 मई 2025 का पंचांग, जानें सभी मुहूर्त | Naya SaberaNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞
⛅दिनांक - 23 मई 2025
⛅दिन - शुक्रवार
⛅विक्रम संवत् - 2082
⛅अयन - उत्तरायण
⛅ऋतु - ग्रीष्म
⛅मास - ज्येष्ठ
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅तिथि - एकादशी रात्रि 10:29 तक तत्पश्चात् द्वादशी
⛅नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद शाम 04:02 तक तत्पश्चात् रेवती
⛅योग - प्रीति शाम 06:37 तक तत्पश्चात् आयुष्मान
⛅राहुकाल - सुबह 10:56 से दोपहर 12:37 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)
⛅सूर्योदय - 05:56
⛅सूर्यास्त - 07:17 (सूर्योदय एवं सूर्यास्त अहमदाबाद मानक समयानुसार)
⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में
⛅ब्रह्ममुहूर्त - प्रातः 04:31 से प्रातः 05:13 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)
⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:10 से दोपहर 01:03
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:15 मई 24 से रात्रि 12:58 मई 24 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)
⛅व्रत पर्व विवरण- अपरा एकादशी, सर्वार्थसिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग (शाम 04:02 से प्रातः 05:55 मई 24 तक)
⛅विशेष - एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)
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🔸एकादशी व्रत के लाभ🔸
👉 एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।
👉 जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
👉 जो पुण्य गौ-दान, सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
👉 एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं । इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
👉 धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
👉 कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
*👉 परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है । पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ । भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।
🌞🚩🚩 *" ll जय श्री राम ll " 🚩🚩🌞*
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