UP News: पर्यावरण संरक्षण के लिए इकोफ्रेंडली बने: मांगेराम चौहान | Naya Sabera Network
UP News: बरेली। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वावधान में "पर्यावरण संरक्षण में साहित्य की भूमिका" विषयक गोष्ठी में उप मण्डल आयुक्त बरेली मांगे राम चौहान ने कहा कि प्रकृति के सानिध्य में जाकर ही हम पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं। गोष्ठी की अध्यक्षता बरेली के जनपदीय अध्यक्ष ब्रजेश कुमार शर्मा ने की। शील ग्रुप के सिटी कार्यालय पर मुख्य अतिथि डिप्टी कमिश्नर आवास मांगे राम चौहान ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें इको फ्रेंडली बनना होगा। प्रकृति के सानिध्य में जाकर ही हम पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं।
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प्रांतीय अध्यक्ष डाॅ. सुरेश बाबू मिश्रा ने कहा कि बृक्ष पर्यावरण संरक्षण के सजग प्रहरी होते हैं। इसलिए धरा पर अधिक से अधिक पेड़ लगाकर ही हम पर्यावरण के संतुलन को बनाए रख सकते हैं। वायु प्रदूषण की समस्या दिनोंदिन विकराल रूप धारण करती जा रही है। इसे देश का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि हमारे देश की राजधानी दिल्ली विश्व की सबसे प्रदूषित राजधानी है। प्रांतीय महामंत्री डाॅ शशि बाला राठी ने कहा कि हमारे पूर्वज पर्यावरण संरक्षण के प्रति बहुत जागरुक थे।
उन्होंने हमें प्रकृति के संरक्षण का संदेश दिया। हम सभी का यह दायित्व है कि हम पर्यावरण संरक्षण में अपना सक्रिय योगदान दें। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डाॅ ब्रजेश कुमार शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण में पंचवटी की महत्ता पर प्रकाश डाला। गोष्ठी में डाॅ एन के गुप्ता, निर्भय सक्सेना, डाॅ दुरेश चन्द्र, पवन सक्सेना, डाॅ कुलदीप वर्मा, डाॅ वीरेन्द्र कुमार वर्मा ने भी विचार ब्यक्त किए। इस अवसर पर प्रभाकर मिश्रा, डाॅ एस पी मौर्य, उमेश चन्द्र गुप्ता, एस. के. कपूर, राज बाला धैर्य, डाॅ अखिलेश कुमार गुप्ता, रोहित राकेश, वी सी दीक्षित, आर सी पाण्डेय, प्रवीण कुमार शर्मा, रितेश कुमार साहनी ने पर्यावरण संरक्षण से जुड़े गीत एवं कविता प्रस्तुत कर सभागार में बैठे श्रोताओ को भाव विभोर कर दिया। इससे पूर्व मोहन चन्द्र पाण्डेय की सरस्वती बन्दना से गोष्ठी का शुभारम्भ हुआ। गोष्ठी का संचालन निरुपमा अग्रवाल ने किया। सभी का आभार वी सी दीक्षित ने ब्यक्त किया।
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