Bareilly News: बीडीए बरेली की राम वाटिका में लगवाएगा भगवान राम की ऊंची प्रतिमा | Naya Savera Network
- बरेली में दो रूट पर मेट्रो रेल की कबायद भी तेज
- स्मार्ट सिटी में अभी तक नहीं बन सकी वाहनों की सुनियोजित पार्किंग
निर्भय सक्सेना @ नया सवेरा नेटवर्क
बरेली। बरेली विकास प्राधिकरण बरेली में एक और जहां सुनियोजित रामगंगा नगर आवासीय जैसे प्रोजेक्ट पूर्ण कर लिए हैं। अब दूसरे चरण में रामगंगा नगर योजना से सटे हुए 3 एवं 4 सेक्टर वाली आवासीय योजना पर भी कार्य चल रहा हैं। जिसमें शहर के लोगों को काफी तीन एवं चार सेक्टर में आवासीय प्लाट देने के लिए जल्द ही योजना पूर्ण करने पर काम तेजी से हो रहा है ।
बरेली की मंडल आयुक्त सौम्या अग्रवाल के निर्देशन में बरेली में मेट्रो की योजना, बरेली में झुमका चौराहे से इनवर्टिस तक रिंग रोड को धरातल पर उतारने, रामगंगा नगर में राम वाटिका में वनवासी भगवान राम की 51 फुट ऊंची मूर्ति लगाने, बरेली के चौराहों पर भगवान भोले नाथ के डमरू, शंख आदि के प्रतीक भी लगवा रहा है ताकि वास्तव में नाथ नगरी की थीम को साकार किया जा सके। नाथ नगरी पथ के लिए बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, पर्यटन अधिकारी, नगर निगम, लोक निर्माण एवं बिजली विभाग के अधिकारियों ने टीवरी नाथ मंदिर से अलखनाथ मंदिर तक पैदल दौरा कर चौधरी तालाब के सौंदर्यकरण की बात कही ।
स्मरण रहे बरेली विकास प्राधिकरण में जी डी माहेश्वरी एवं के बीअग्रवाल जब उपाध्यक्ष थे तब बरेली को सौ फुटा रोड, संजयनगर बाईपास एवं मिनी बाईपास मिले थे। अब उसके चौथाई दशक के बाद बरेली की 28 किलोमीटर लंबी रिंग रोड के धरातल पर आने की प्रक्रिया लोक निर्माण विभाग के साथ शुरू हुई है जो रामपुर रोड के झुमका चौराहे से इनवर्टिस वाली लखनऊ रोड को जोड़ेगा। जिससे बरेली महानगर में भारी वाहनों का काफी दबाव कम हो सकेगा। इसी रिंग रोड पर बीडीए की ट्रांसपोर्ट नगर योजना भी प्रस्तावित है । लोक निर्माण एवं पर्यटन विभाग भी इस योजना पर कार्य कर रहा है
बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मनीकणडन ए के अनुसार बरेली में अब मेट्रो रेल के लिए डी पी आर मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल के समक्ष राइटस की और से प्रस्तुति जल्द ही होगी। मेट्रो रेल परियोजना की रूट की स्वीकृति मिलने के बाद परियोजना धरातल पर उतर सकेगी। कोई विघ्न नहीं आया तो वर्ष 2030 तक शहर में मेट्रो रेल आने की उम्मीद है। इसके लिए आगामी वर्ष 2056 तक की मेट्रो रूट विस्तार हो सके इसके अनुसार ही इसका जमीनी कार्य पूरा कराया जाएगा।
राइट्स के सर्वे के दौरान पिलर खड़े करने के लिए जमीन की मिट्टी की मजबूती पूर्व में ही परखी जा चुकी है।
पटेल चौक से चित्रगुप्त चौक कोहाड़ापीर रोड क्रॉसिंग के बीच मेट्रो को भूमिगत बनाया जाना है। इसके लिए यूटिलिटी शिफ्टिंग आदि के लिए भी आकलन पूरा हो चुका है। मेट्रो के रखरखाव और संचालन के लिए डिपो भी बनाया जाना है। इसके लिए 100 फुटा रोड पर विश्व विद्यालय के पास ही जमीन प्रस्तावित की गई है।
मेट्रो का रूट एक (ब्लू लाइन : 12.5 किलोमीटर) : बरेली जंक्शन, चौकी चौराहा, गांधी उद्यान, सेटेलाइट बस अड्डा, बीसलपुर चौराहा. तुलसीनगर, रुहेलखंड विश्वविद्यालय, सौ फुटा क्रॉसिंग, फीनिक्स मॉल, सनसिटी, फन सिटी। (11 स्टेशन) होंगे।
मेट्रो रूट नंबर दो (रेड लाइन : लंबाई 9.5 किलोमीटर) : चौकी चौराहा, पटेल चौक, कुतुबखाना मार्केट, कोहाड़ापीर चित्रगुप्त चौक रोड क्रॉसिंग, डीडीपुरम चौराहा, सब्जी मंडी, आई वी आर आई, नार्थ सिटी एक्सटेंशन, फन सिटी। (9 स्टेशन) होंगे।
इसके अलावा बीडीए की रामगंगा नगर योजना में काफी विकास कार्य हो रहा है। साथ ही रामगंगा नगर योजना में लगभग 33 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में रामायण वाटिका का विकास चल रहा है। चीफ इंजीनियर ए पी एन सिंह के अनुसार रामायण वाटिका के अन्तर्गत भगवान राम वनगमन के समय जिन-जिन स्थानों से होकर गए व जिन-जिन स्थानों पर उनके द्वारा विश्राम किया गया था। उन स्थलों पर जो वृक्ष मौजूद थे। उन वृक्षों का रोपण भी इस राम वाटिका में किया जा रहा है। भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े उन प्रसंगों का विस्तृत विवरण व उन प्रसंगों से जुड़ी मूर्तियाँ यहाँ स्थापित होनी है। रामायण वाटिका में चित्रकूट, दण्डकारण्य, पंचवटी, माता सबरी आश्रम, किष्किन्धा, अशोक वाटिका, पम्पा सरोवर आदि की संकल्पना को विकसित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त वाटिका की दीवारों पर भगवान राम के जीवन से जुड़े प्रसंगों को पत्थरों पर उकेरा जा रहा है।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष मनीकणडन ए एवं ए पी एन सिंह के अनुसार रामायण वाटिका में स्थित पम्पा सरोवर में भगवान राम की वनवासी 51 फिट ऊॅची प्रतिमा इस वित्त वर्ष के अंत तक स्थापित की जायेगी। बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मनीकणडन ए के अनुसार भगवान राम के बनवासी स्वरूप के इस प्रतिमा में दर्शन होंगे। भगवान राम की प्रतिमा विश्व प्रसिद्व मूर्तिकार श्री रामसुतार द्वारा बनायी जायेगी। भगवान राम की प्रतिमा पूरे उत्तर भारत में आकर्षण का केन्द्र बनेगी तथा प्रतिमा के स्थापित होने के उपरान्त बरेली शहर पर्यटन का एक प्रमुख केन्द्र बनकर सामने आयेगा।
रामगंगा नगर में राम वाटिका के इन संकल्पना का मुख्य उद्देश्य यह है कि प्राचीन दुर्लभ वृक्षों/वनस्पतियों के संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण व लोगों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के साथ-साथ हमारी वर्तमान और भावी पीढ़ी को मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम के जीवन व भारतीय संस्कृति के विभिन्न आयामों से परिचित कराया जाए अगर बात स्मार्ट सिटी की हो तो अभी तक उसकी जो भी परियोजना बनी वह जनहित से दूर ही रहीं। चाहें वह स्काई वॉक हो या हाइड्रोलिक वाहन पार्किंग। यही कारण है कि इन दोनों प्रोजेक्ट को जनता ने पसंद नहीं किया और पूरे बरेली में सुनियोजित वाहन पार्किंग नहीं होने से शहर जाम से जूझने को मजबूर है।
बरेली में 1980 में कुतुबखाना से स्थानांतरित ही हुई सब्जी मंडी को लखनऊ के हजरतगंज जनपथ की तर्ज पर भूमिगत वाहन पार्किंग एवं शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बन जाए तो सड़क पर खड़े होने वाले वाहनों को बेहतर पार्किंग मिल सकेगी। ऐसी ही पार्किंग श्यामगंज सब्जी मंडी, किला सब्जी मंडी, सदर तहसील के पीछे, बरेली कॉलेज पश्चिमी गेट के सामने निगम की जमीन पर, सेटेलाइट बस अड्डे के पास एवं राजेंद्र नगर में बनाई जाने की योजना को मूर्त रूप मिले। बरेली को आज भी सुभाषनगर में दूसरा, हार्टमेन, चौपला या मणिनाथ, किला रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास, एवं किला पर नया बाई शेप ओवरब्रिज की आवश्यकता है जिसके लिए प्रदेश के वनमंत्री डॉ अरुण कुमार सक्सेना, विधायक संजीव अग्रवाल भी पत्र भेज चुके हैं।