#JaunpurNews : जब डीएम जौनपुर बन गए अध्यापक, बच्चों से पूछे सवाल... | #NayaSaveraNetwork

  • डीएम ने किया बक्शा ब्लॉक का दौरा
  • स्कूल, अस्पताल का भी किया निरीक्षण
  • आंगनवाड़ी निर्माण पूरा न होने पर मांगा स्पष्टीकरण


जौनपुर। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र के द्वारा कार्यालय खंड विकास अधिकारी बक्शा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी के द्वारा विभिन्न पटलों का गहनता से निरीक्षण किया गया। इस दौरान निर्देशित किया गया कि पत्रावलियों का रख-रखाव उचित ढंग से किया जाए और अभिलेख अद्यतन रहे। 


इस दौरान उन्होंने उपस्थिति पंजिका देखा और कर्मचारियों को निर्देशित किया कि समय से कार्यालय में उपस्थित होते हुए उपस्थित पंजिका पर अपना हस्ताक्षर अवश्य करें। उन्होंने कार्यालय में एकीकृत सामाजिक कल्याण के पोर्टल के अन्तर्गत वृद्धावस्था पेंशन, निराश्रित पेंशन के सन्दर्भ में जानकारी ली। 


इस दौरान दिव्यांगों के आधार कार्ड की फीडिंग की जा रही थी जिसका निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने दिव्यांग पेंशन के सन्दर्भ में जानकारी लेते हुए निर्देश दिया कि शीघ्र अतिशीघ्र कार्य पूर्ण कर दिव्यांगों को पेंशन का लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित करें। कार्यालय में साफ-सफाई पाये जाने पर संतोष जाहिर की। निर्माणाधीन आंगनवाड़ी केंद्र के निर्माण में प्रगति न पाए जाने पर संबंधित कार्यदाई संस्था के अधिकारी को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने दवाओं की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली दवाई उपलब्ध मिली और निर्देश दिया कि सभी आवश्यक दवा उपलब्ध रहें। बाहर की दवाएं न लिखी जाए। 


राजकीय पौधशाला बक्सा के निरीक्षण के दौरान उपलब्ध पौधों के संबंध में जानकारी ली और पूछा कि कितने पौधे की बिक्री हो जाती है। इस दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि सभी ग्राम प्रधान, प्रधानाध्यापक के माध्यम से विद्यालयों, पंचायत घरों में आंवला और सहजन के पौधे लगाए जाए। इसके पूर्व जिलाधिकारी के द्वारा कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय शिवगुलामगंज विकासखंड बक्सा का भी औचक निरीक्षण किया गया। 


इस दौरान उन्होंने कक्षा 6 में जाकर बच्चों से विज्ञान और गणित के प्रश्न पूछे तथा उन्होंने गणित में भिन्न के सवालों को हल कर बच्चों को बताया और उन्हें गणित के प्रति प्रेरित किया। इसके पश्चात उन्होंने मिड-डे-मील वितरण के संबंध में जानकारी ली और कहा कि मीनू के अनुसार नियमित रूप से बच्चों को पौष्टिक भोजन दिया जाए और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने विद्यालय में दिव्यांग बच्चों के संबंध में जानकारी ली और पौधे वितरित किए। जिलाधिकारी ने उपस्थित अध्यापकों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि समय से विद्यालय में उपस्थित होकर बच्चों को गुणवत्ता परक संस्कार युक्त शिक्षा प्रदान की जाए।









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