Jaunpur News : ज्ञान को देने वाला है श्रीमद्भागवत : आचार्य बाल कृष्ण शुक्ल | Naya Savera Network
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। ग्रामसभा पचोखर में प्रयागराज से पधारे आचार्य बालकृष्ण शुक्ल ने मुख्य यजमान अमरनाथ त्रिपाठी के यहां आयोजित कथा के प्रथम दिन कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से मनुष्य के मोक्ष का रास्ता प्रशस्त होता है। बड़े भाग्य से मानव जीवन हम लोगों को प्राप्त हुआ है। श्रीमद्भागवत पुराण को मोक्ष ग्रंथ भी माना गया है।
जब जब धरती पर धर्म का ह्रास होता है तब तब प्रभु विभिन्न रूपों में अवतार लेते है। आचार्य जी ने मानस का उल्लेख करते हुए कहा कि दैहिक दैविक भौतिक तापा दैहिक ताप शरीर और मन में होता है जो मन में ईर्ष्या है वह मनुष्य को स्वयं समाप्त कर देती है। दैविक ताप जब प्रकृति के साथ छेड़छाड़ होता है तो दैविक ताप का असर देखने को मिलता है जिसमें प्राणियों को नुकसान का दंश झेलना पड़ता है।
आचार्य जी ने नैमिषारण्य तीर्थ का उल्लेख करते हुए कहा कि पांच हजार साल पहले कथा सुनने का सौभाग्य शुक तीर्थ में परीक्षित को हुआ था। पांच हजार साल से यह सिलसिला चलता आ रहा है। यह कथा कोटि कोटि लोगों को मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। कथा में श्रोता के रूप में यजमान अमरनाथ त्रिपाठी, अमृता त्रिपाठी, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, डॉ. संतोष तिवारी, रजनीश तिवारी, ताराचंद मिश्रा, शेषमणि तिवारी, भोला मिश्रा, चंद्रभूषण पांडेय, भूपनारायण दुबे सहित ग्रामवासी उपस्थित रहे।