आज का पञ्चाङ्ग| #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻बुधवार, १६ अक्टूबर २०२४🌻
सूर्योदय: 🌄 ०६:२७
सूर्यास्त: 🌅 ०५:४७
चन्द्रोदय: 🌝 १७:००
चन्द्रास्त: 🌜२९:५४
अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🎄 शरद
शक सम्वत: 👉 १९४६ (क्रोधी)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८१ (काल)
मास 👉 आश्विन
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 चतुर्दशी (२०:४० से पूर्णिमा)
नक्षत्र 👉 उत्तराभाद्रपद (१९:१८ से रेवती)
योग 👉 ध्रुव (१०:१० से व्याघात)
प्रथम करण 👉 गर (१०:३१ तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज (२०:४० तक)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कन्या
चंद्र 🌟 मीन
मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 तुला (उदय, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 वृष (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदय, पूर्व, मार्गी)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मीन
केतु 🌟 कन्या
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
अभिजित मुहूर्त 👉 ❌❌❌
अमृत काल 👉 १५:०४ से १६:२८
रवि योग 👉 ०६:१९ से १९:१८
विजय मुहूर्त 👉 १३:५६ से १४:४२
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:४५ से १८:१०
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:४५ से १९:००
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३७ से २४:२८
राहुकाल 👉 १२:०२ से १३:२८
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०७:४५ से ०९:११
दुर्मुहूर्त 👉 ११:३९ से १२:२५
होमाहुति 👉 चन्द्र
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पृथ्वी
भद्रावास 👉 मृत्यु (२०:४० से)
चन्द्र वास 👉 उत्तर
शिववास 👉 भोजन में (२०:४० से श्मशान में)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - लाभ २ - अमृत
३ - काल ४ - शुभ
५ - रोग ६ - उद्वेग
७ - चर ८ - लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - उद्वेग २ - शुभ
३ - अमृत ४ - चर
५ - रोग ६ - काल
७ - लाभ ८ - उद्वेग
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
शरद पूर्णिमा, कोजागार व्रत, क्षीरपानोत्सव, मेला शाकम्भरी देवी, वाराह चतुर्दशी आदि।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज १९:१८ तक जन्मे शिशुओ का नाम
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (थ, झ, ञ) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम रेवती नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (दे, दो) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
उदय-लग्न मुहूर्त
कन्या - २८:१० से ०६:२७
तुला - ०६:२७ से ०८:४८
वृश्चिक - ०८:४८ से ११:०८
धनु - ११:०८ से १३:११
मकर - १३:११ से १४:५२
कुम्भ - १४:५२ से १६:१८
मीन - १६:१८ से १७:४२
मेष - १७:४२ से १९:१५
वृषभ - १९:१५ से २१:१०
मिथुन - २१:१० से २३:२५
कर्क - २३:२५ से २५:४७+
सिंह - २५:४७+ से २८:०६+
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - ०६:१९ से ०६:२७
चोर पञ्चक - ०६:२७ से ०८:४८
शुभ मुहूर्त - ०८:४८ से ११:०८
रोग पञ्चक - ११:०८ से १३:११
शुभ मुहूर्त - १३:११ से १४:५२
मृत्यु पञ्चक - १४:५२ से १६:१८
अग्नि पञ्चक - १६:१८ से १७:४२
शुभ मुहूर्त - १७:४२ से १९:१५
मृत्यु पञ्चक - १९:१५ से १९:१८
अग्नि पञ्चक - १९:१८ से २०:४०
शुभ मुहूर्त - २०:४० से २१:१०
रज पञ्चक - २१:१० से २३:२५
शुभ मुहूर्त - २३:२५ से २५:४७+
चोर पञ्चक - २५:४७+ से २८:०६+
शुभ मुहूर्त - २८:०६+ से ३०:२०+